टोक्यो ओलंपिक शुरू होने में अब तीन दिन ही बचे हैं। इससे पहले भारतीय टेनिस में एक विवाद पैदा हो गया है। अनुभवी स्टार भारतीय खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने ट्वीट कर भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) पर गंभीर आरोप लगाया है और कहा है कि उसने भारतीय खिलाड़ियों को गुमराह किया है। बोपन्ना ने ट्वीट करते हुए लिखा, संघ ने अपने खिलाड़ी, सरकार, मीडिया को गुमराह किया, संघ ने ओलंपिक में खिलाड़ियों की एंट्री को लेकर जो भी बात कही है वो बिल्कुल गलत है। संघ ने सुमित नागल के साथ उनकी जोड़ी बनाकर कहा कि क्वालिफिकेशन हासिल करने का मौका है लेकिन नियम के अनुसार वे रैंकिंग के आधार पर अब टोक्यो में क्वालिफाई करने से चूक गए हैं। एआईटीए ने पलटवार कर दिया यह जवाब
बोपन्ना के ट्वीट के बाद
एआईटीए ने भी पलटवार किया और कहा कि उसने केवल उनकी मदद करने की कोशिश की,
क्योंकि वे अपने दम पर क्वालिफाई करने में नाकाम रहे थे। बोपन्ना के आरोप
लगाने के बाद सानिया मिर्जा ने भी ट्वीट कर इसे शर्मनाक करार दिया। सानिया
ने लिखा, क्या? अगर यह सच है तो यह बिल्कुल हास्यास्पद और शर्मनाक है। इसका
मतलब यह भी है कि हमने मिश्रित युगल में पदक जीतने के एक अच्छे मौके को
गंवा दिया। अगर आप और मैं योजना के अनुसार खेलते तो मौका बन सकता था। हम
दोनों को बताया गया कि आपके और सुमित के नाम भेजे गए हैं। सानिया और
बोपन्ना की जोड़ी पिछले दिनों विंबलडन ग्रैंडस्लैम के प्री क्वार्टर फाइनल
तक पहुंची थी।
पीटी ऊषा को देख प्रेरित हुए थे गोलकीपर पीआर श्रीजेश
फैंस
को टोक्यो में भारतीय हॉकी टीम से पदक की उम्मीद है। इस बीच अनुभवी
गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने कहा है कि ओलंपिक खेलना हमेशा से उनका सपना रहा है
और वे बचपन मे स्टार एथलीट पीटी ऊषा को दौड़ते देख प्रेरित हुआ करते थे।
विश्व के टॉप गोलकीपरों में शुमार केरल निवासी श्रीजेश ने कहा कि मेरी
शुरूआती ओलंपिक स्मृति पीटी उषा की थी और क्योंकि मैं केरल से आता हूं, हर
घर उनका नाम जानता था और हम सब जानते हैं कि वे ओलंपिक में पदक जीतने के
कितने करीब आ गई थीं। हॉकी में मैंने धनराज पिल्लै को देखा और बारीकी से
उनके करियर का अनुसरण किया। श्रीजेश ने 2006 में अंतरराष्ट्रीय हॉकी में
डेब्यू किया था, लेकिन उन्हें ओलंपिक के लिए छह साल इंतजार करना पड़ा।