Tokyo Olympic : डिस्कस थ्रो के फाइनल में कमाल नहीं दिखा पाईं कमलप्रीत कौर, घुड़सवारी में फवाद…

टोक्यो ओलंपिक में सोमवार को भारत की कमलप्रीत कौर डिस्कस थ्रो (चक्का फेंक) में पदक जीतने से चूक गईं। क्वालिफिकेशन राउंड में दूसरे स्थान पर रहीं कमलप्रीत ने फाइनल में 12 एथलीट में छठा स्थान हासिल किया। कमलप्रीत ने भारत के लिए डिस्कस थ्रो में ओलंपिक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन टॉप 3 में जगह नहीं बना सकीं। कमलप्रीत ने 6 प्रयास में 63.70 मीटर की बेस्ट डिस्टेंस तय की। पहले और तीसरे थ्रो में कमलप्रीत ने 61.62 मी. और 63.70 मी. की दूरी हासिल की, वहीं उनका दूसरा प्रयास फाउल हो गया। टॉप-8 में जगह बनाने के बाद कमलप्रीत आखिरी तीन प्रयास में कुछ खास नहीं कर पाईं। उनके दो प्रयास फाउल हुए और पांचवें अटेम्प्ट में उन्होंने चक्का 61.37 मी. दूर फेंका।

अमेरिका की वालारी ऑलमैन ने जीता गोल्ड मेडल

अमेरिका की वालारी ऑलमैन ने 68.98 मी. की दूरी के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया। जर्मनी की क्रिस्टेन पुडेन्ज ने 66.86 मी. की दूरी के साथ रजत और क्यूबा की यामे परेज ने 65.72 मी. की दूरी के साथ कांस्य पर कब्जा किया। वर्ष 2012 में लंदन और 2016 में रियो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता क्रोएशिया की सैंड्रा परकोविच चौथे स्थान पर रही और पदक से चूक गईं। कमलप्रीत को मेडल हासिल करने के लिए 65.72 मी. से ज्यादा का थ्रो करना था। टोक्यो में जोरदार बारिश भी हुई जिसकी वजह से फाइनल को कुछ देर रोका गया।


फाइनल में 23वें स्थान पर रहे घुड़सवार फवाद मिर्जा

घुड़सवारी (इक्वेस्ट्रियन) में हिस्सा लेने वाले भारतीय एथलीट फवाद मिर्जा का अभियान भी समाप्त हो गया है। उन्होंने 47.20 के स्कोर के साथ व्यक्तिगत इवेंट के लिए क्वालीफाई किया था। वे 22वें स्थान पर रहे थे। फाइनल में वे 23वें स्थान पर रहे। फवाद भले ही पदक के करीब नहीं पहुंच सके, लेकिन उन्होंने ओलंपिक में हिस्सा लेकर ही इतिहास बना दिया। इम्तियाज अनीस (2000) के बाद वे ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले पहले भारतीय घुड़सवार हैं।