टोक्यो ओलंपिक में शनिवार को भारतीय महिला हॉकी टीम दक्षिण अफ्रीका को कांटे की टक्कर में 4-3 से हराने में सफल रही। भारत के लिए यह करो और मरो का मुकाबला था। हारने पर भारत की क्वार्टर फाइनल (अंतिम-8) में पहुंचने की उम्मीद पूरी तरह खत्म हो जाती। हालांकि अब भी भारत को नॉकआउट में जाने के लिए आयरलैंड के ड्रॉ खेलने या हार की दुआ करनी होगी।
आज रात पूल बी में आयरलैंड और ब्रिटेन का मुकाबला होगा। आयरलैंड के जीतने पर भारत का सफर खत्म हो जाएगा। बीते दिन आयरलैंड के खिलाफ मिली 1-0 से जीत के बाद आज हमारी हॉकी टीम की खिलाड़ी काफी आत्मविश्वास में नजर आ रही रही थीं। वंदना कटारिया जीत की नायिका रहीं, जिन्होंने हैट्रिक जमाई। वंदना ओलंपिक में हैट्रिक (तीन गोल) बनाने वाली पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी हैं। शुरुआत से ही हुई कांटे की टक्कर
खेल के पहले क्वार्टर (15
मिनट) में वंदना ने पहला गोल करके भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। हालांकि,
दक्षिण अफ्रीका ने आखिरी मिनट में गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया। भारत
को अंतिम क्षणों में एक पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन वह इसका फायदा नहीं
उठा पाया। दूसरे क्वार्टर में वंदना ने पेनल्टी कॉर्नर पर एक और गोल कर
भारत को 2-1 से आगे कर दिया। दक्षिण अफ्रीका ने जल्द ही गोल उतार दिया।
भारत को दो और पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन हमारी टीम गोल करने में नाकाम
रही।
चौथे क्वार्टर में वंदना ने गोल दाग तय की जीत
तीसरे
क्वार्टर की शुरुआत में भारत ने एक और गोल दागा। मैच के 32वें मिनट में
नेहा गोयल ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए गोल किया। अफ्रीकी टीम ने एक बार फिर
से गोल करके स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। चौथे और आखिरी क्वार्टर में दोनों
ही टीमों ने पूरी जान लगा दी। वंदना ने पेनल्टी कॉर्नर पर भारत के लिए
चौथा गोल कर जीत सुनिश्चित कर दी।