Tokyo Olympic : खेलगांव में बढ़ता ही जा रहा कोरोना का खतरा! तीन एथलीट हुए संक्रमित

कोविड-10 की वैश्विक महामारी के कारण जापान की राजधानी टोक्यो में होने वाले ओलंपिक को एक साल टाल दिया गया था। तमाम आशंकाओं को दरकिनार करते हुए इस साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक इन्हें कराने का फैसला किया गया। हालांकि इसकी भयावहता देखते हुए कई देशों के खिलाड़ी अपना नाम वापस ले चुके हैं।

लोगों को कोरोनावायरस से बचाने के लिए ओलंपिक में दर्शक बैन कर दिए गए। इसके बावजूद कोरोना खतरा बनकर मंडरा रहा है। खेलगांव में भी इसने सेंध लगा दी है। यहां रह रहे दो खिलाड़ियों सहित कुल तीन एथलीट कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति ने रविवार को यह जानकारी दी। यह पहला मौका है जबकि खेलगांव में रह रहे खिलाड़ी पॉजिटिव हुए हैं। आयोजकों ने खिलाड़ियों की पहचान उजागर नहीं की है। तीसरा खिलाड़ी खेलों के लिए नामित होटल में ठहरा हुआ है।

18000 प्रतिभागियों के किए गए 40000 टेस्ट

आयोजन समिति के अनुसार दिन में कुल 10 मामले सामने आए। इनमें खेलों से संबंधित पांच व्यक्ति, एक ठेकेदार और एक पत्रकार भी शामिल है। खेलों से जुड़े कोविड मामलों की संख्या अब 55 पर पहुंच गई है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के खेलों के मुख्य कार्यकारी निदेशक क्रिस्टोफ डुबी ने कहा कि खेलों के लिए 18000 प्रतिभागियों के जापान आने से पहले 40000 टेस्ट किए गए। इसके अलावा एयरपोर्ट पर जांच हो रही है। नियमित तौर पर जांच और हर दिन परीक्षण किया जा रहा है।


भारत का 90 सदस्यीय जत्था पहुंचा

इस बीच भारतीय खिलाड़ियों का पहला जत्था हिंदुस्तान से शनिवार को रवाना हुआ और आज सुबह टोक्यो पहुंचा। भारत के 90 सदस्यीय दल में तीरंदाज, महिला और पुरुष हॉकी टीम, टेबल टेनिस खिलाड़ी और तैराक भी शामिल हैं। निशानेबाज और मुक्केबाज भी क्रोएशिया और इटली में अपने अभ्यास स्थलों से टोक्यो पहुंच चुके हैं। भारत को इस बार भी शूटिंग और बॉक्सिंग में पदक की उम्मीद है। इसके अलावा भारत की उम्मीद बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और टेनिस स्टार सानिया मिर्जा पर भी टिकी हुई है। फैंस हॉकी में भी स्वर्णिम युग की वापसी की आस लगा रहे हैं।