एशिया कप 2025 को लेकर चल रही अनिश्चितता अब समाप्त होती नजर आ रही है। बीसीसीआई ने इस बहुप्रतीक्षित टी20 टूर्नामेंट को तटस्थ स्थान पर आयोजित करने के लिए अपनी सहमति दे दी है। सूत्रों के अनुसार, भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखा जा सकता है, जिससे इस टूर्नामेंट में हाई-वोल्टेज मुकाबलों की संभावना प्रबल हो गई है।
बीसीसीआई के सूत्रों ने पुष्टि की है कि एशिया कप के आयोजन के लिए दुबई और अबू धाबी को संभावित स्थलों के रूप में चिह्नित किया गया है। हालांकि, अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के साथ तीन स्थानों को लेकर समझौता किया गया है, लेकिन टूर्नामेंट केवल दो स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। बीसीसीआई के पास इस बार एशिया कप की मेजबानी का अधिकार है और वह इस भूमिका को निभाने के लिए अब तैयार है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बीसीसीआई ने एशिया कप की मेजबानी या उसमें भाग लेने से इनकार कर दिया था। मई में ही संकेत मिले थे कि भारत इस टूर्नामेंट को घरेलू मैदान पर आयोजित नहीं करेगा। ऐसे में यह निर्णय टूर्नामेंट को बचाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
भारत-पाकिस्तान भिड़ंत की प्रबल संभावनासूत्रों के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखा जाना तय है, जिससे दर्शकों को कम से कम दो बड़े मुकाबले देखने को मिल सकते हैं — एक लीग चरण में और दूसरा संभावित फाइनल के रूप में। आयोजकों और प्रसारकों के लिए यह सुनहरा अवसर होगा, क्योंकि इन मुकाबलों से विज्ञापन राजस्व में भारी बढ़ोतरी की उम्मीद है।
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) अध्यक्ष तथा पीसीबी प्रमुख मोहसिन नक़वी आगामी दिनों में एक बैठक करेंगे, जिसमें स्थलों और कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा। साथ ही टूर्नामेंट के प्रायोजकों के साथ बातचीत कर वाणिज्यिक योजनाओं को सशक्त किया जाएगा।
सितंबर में प्रस्तावित विंडो, टी20 वर्ल्ड कप की तैयारीएशिया कप के आयोजन के लिए 7 सितंबर से लेकर तीसरे या चौथे सप्ताह तक का समय प्रस्तावित किया गया है। यह टूर्नामेंट अगले साल फरवरी में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिहाज़ से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बीसीसीआई ने पहले यह स्पष्ट किया था कि अगर एसीसी की बैठक ढाका में हुई, तो वह उसमें हिस्सा नहीं लेगा। भारत और बांग्लादेश के बीच जारी राजनयिक तनाव को देखते हुए अगस्त में होने वाली द्विपक्षीय सीरीज़ भी स्थगित कर दी गई थी। हालांकि, अंत में राजीव शुक्ला ने बैठक में वर्चुअली भाग लिया, जिससे एशिया कप पर अंतिम निर्णय संभव हो सका।
प्रसारण अधिकार और भारतीय बाज़ार का दबदबासोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (SPNI) ने एशिया कप के मीडिया अधिकार 2024 में 170 मिलियन अमेरिकी डॉलर में हासिल किए हैं। भारत-पाकिस्तान मुकाबलों की लोकप्रियता को देखते हुए यह टूर्नामेंट न केवल क्रिकेट प्रशंसकों के लिए, बल्कि विज्ञापनदाताओं के लिए भी अत्यधिक लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
एशिया कप 2025 अब लगभग तय हो गया है, और भारत-पाक मुकाबले की संभावनाएं इसे पहले से ही हाईलाइट कर चुकी हैं। बीसीसीआई का तटस्थ स्थल पर मेज़बानी का निर्णय क्रिकेट डिप्लोमेसी के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकता है, जिससे ना केवल टूर्नामेंट को नया जीवन मिलेगा, बल्कि दक्षिण एशियाई क्रिकेट की राजनीति को भी नई दिशा मिल सकती है।