कोहली फिर फेल, अश्विन की ‘अनदेखी’ पर दिया यह तर्क, भारतीय कप्तान के लिए ऐसा बोले बटलर

भारतीय कप्तान विराट कोहली की खराब फॉर्म का सिलसिला जारी है। शुरुआती दो टेस्ट की तीन पारियों में फेल हुए कोहली आज हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हुए तीसरे टेस्ट में भी अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर पाए। वे सिर्फ सात रन बनाकर आउट हो गए। खास बात ये है कि यह कोहली की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट मिलाकर लगातार 50वीं ऐसी पारी थी, जब उनके बल्ले से शतक नहीं निकला।

कोहली का अंतिम शतक 22 नवंबर 2019 को आया था। उन्होंने कोलकाता टेस्ट में 136 रन जुटाए थे। कोहली को एक बार फिर अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने आउट किया। वे ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंद से छेड़छाड़ कर बैठे और उन्हें विकेटकीपर जोस बटलर ने लपक लिया। एंडरसन ने टेस्ट में सातवीं बार कोहली का शिकार किया। एंडरसन ने कोहली को आउट करने के बाद जमकर जश्न मनाया। कप्तान जो रूट ने उनके कंधे को चूम लिया।


इंग्लैंड के हालात में अतिरिक्त तेज गेंदबाज फायदेमंद : कोहली

हेडिंग्ले में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीता। इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं खुद हैरान हूं कि टॉस खाते में गया। कोहली ने इसके बाद अपनी अंतिम एकादश घोषित की, जिसमें एक बार फिर दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को जगह नहीं दी। कोहली से जब इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे अश्विन को टीम में रखने के बारे में विचार कर रहे थे लेकिन इंग्लैंड के हालात में एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज रखना हमेशा फायदेमंद साबित होता है।

लॉर्ड्स टेस्ट में भी हमने यही देखा। हम खब्बू स्पिनर रवींद्र जडेजा को ज्यादा ओवर कराएंगे क्योंकि हालात उनके लिए मुफीद हैं। उल्लेखनीय है कि जडेजा को शुरुआती दोनों टेस्ट में एक भी विकेट नहीं मिला, लेकिन वे बल्लेबाजी में उपयोगी साहित हुए थे। यहां पिच पर कम घास है और खेल के चौथे और पांचवें दिन गेंद स्पिन ले सकती है, जिसमें जडेजा की भूमिका अहम हो सकती है।


खिलाड़ियों के सामने चुनौतियां पेश करते हैं कोहली : बटलर

इंग्लैंड के विकेटकीपर जोस बटलर ने विराट कोहली को लेकर बयान दिया है। बटलर ने कहा है कि कोहली काफी आक्रामक खिलाड़ी हैं और उनके खिलाफ खेलना सम्मान की बात है। उन्हें चुनौतियां काफी पसंद हैं। वे महान बल्लेबाजों में से एक हैं। अगर मैं सच कहूं तो मुझे कोहली के खिलाफ खेलने में खुशी होती हैं क्योंकि जिस तरह से वे मैदान में अपना जुनून दिखाते हैं वह तारीफ के काबिल है। उनके खिलाफ खेलना शानदार होता है क्योंकि वे दूसरे खिलाड़ियों के सामने चुनौतियां पेश करते हैं। इससे मैच का रोमांच भी बढ़ जाता है। उल्लेखनीय है कि लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच काफी तनातनी देखने को मिली थी। इसके बाद अग्रेसिव बॉडी लेंग्वेज और स्लेजिंग को लेकर हर ओर आलोचना हो रही है।