खिताबी दावेदार मानी जा रही टीम इंडिया के टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में नहीं पहुंचने से फैंस के साथ पूर्व क्रिकेटर्स भी आहत हैं। महान ऑलराउंडर कपिल देव ने भारतीय टीम के प्रदर्शन पर निराशा जताई है। उन्होंने एबीपी न्यूज के साथ बातचीत में कहा कि जो हुआ उसे भूलकर हमें अब अगले विश्व कप पर फोकस करना चाहिए, जिसके आयोजन में भी अब ज्यादा वक्त नहीं है। भारत को अब अगले की तैयारी और प्लान करना चाहिए। हमारे खिलाड़ियों को एक्सपोजर तो मिल रहा है, पर वो उसका भरपूर इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं।
टीम के कुछ खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करने से ज्यादा आईपीएल को तरजीह दे रहे हैं। बीसीसीआई को इस मामले को गंभीरता से देखना चाहिए। मैं ये नहीं कहता कि खिलाड़ी फ्रेंचाइजी क्रिकेट नहीं खेलें लेकिन उसमें एक ऑर्डर होना चाहिए कि आपकी प्रायोरिटीज क्या है? जब खिलाड़ी देश से ऊपर आईपीएल को तरजीह देने लगे तो फिर हम कुछ नहीं कह सकते। मैं उनकी फाइनेंशियल कंडीशन नहीं जानता इसलिए ज्यादा कुछ नहीं कह सकता, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि पहले देश होना चाहिए फिर फ्रेंचाइजी।
हरभजन ने गेंदबाजी कोच भरत अरुण के बयान से जताई असहमति
टी20
विश्व कप में भारत के सोमवार को नामीबिया के खिलाफ होने वाले आखिरी मैच से
पहले भारतीय गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने पाकिस्तान व न्यूजीलैंड के खिलाफ
खराब प्रदर्शन का कारण टॉस और बायो-बबल की वजह से हुई थकान को बताया।
भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने इस पर असहमति जताते हुए कहा है कि भारत के
बाहर होने की वजह खराब प्रदर्शन है औऱ कुछ नहीं। हरभजन ने स्पोर्ट्स तक से
बातचीत में कहा कि मैंने सुना कि भरत अरुण ने कहा अगर भारत टॉस जीत जाता तो
हम ऐसा कर लेते, वैसा कर लेते। इन सब चीजों की चर्चा बाद में होनी चाहिए।
चेन्नई सुपर किंग्स भी पहले बल्लेबाजी करते हुए आईपीएल जीता या नहीं,
उन्होंने 190 रन बनाए ना। आपको रन बनाने होंगे और आपको मानना होगा कि आप
अच्छा नहीं खेले। आपको मानना होगा कि जो हमसे उम्मीद थी हम उस पर खरे नहीं
उतरे। साधारण सी बात है, कोई किंतु-परंतु वाली बात नहीं है। अगर हम टॉस जीत
जाते तो मैच जीत जाते, ऐसा नहीं है। कई टीमें ऐसी हैं जो टॉस हारने के बाद
भी मैच जीती है। अगर आपके कोच ऐसे बहाने बनाते हैं तो यह गलत है। हमें
मानना होगा कि हम अच्छा नहीं खेले, जो हो सकता है।
सुनील गावस्कर ने इन दो चीजों को बताया जिम्मेदार
महान
बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने उन दो चीजों के बारे में बताया है, जिनके कारण
भारत का सफर सेमीफाइनल से पहले ही थम गया। गावस्कर ने स्पोर्ट्स तक के साथ
बातचीत में कहा कि भारत की हार की पहली बड़ी वजह बल्लेबाजों का पावरप्ले को
अच्छे से नहीं भुनाना रहा। ये समस्या सिर्फ इस टूर्नामेंट की नहीं बल्कि
इससे पहले खेले आईसीसी टूर्नामेंट की भी रही है। पहले 6 ओवर में जिस तरह की
बल्लेबाजी होनी चाहिए थी उस तरह की देखने को नहीं मिली। पहले 2 मैच में
बल्लेबाजों ने वैसा परफॉर्म नहीं किया, जैसी उनसे उम्मीद थी। पावरप्ले में
सिर्फ 2 फील्डर ही 30 गज के घेरे के बाहर होते हैं लेकिन भारत ने इसका
फायदा नहीं उठाया।
अच्छे गेंदबाजों वाले मजबूत विरोधी के आगे
भारतीय टीम बड़ा स्कोर कर पाने में नाकाम दिखी है। भारत के फ्लॉप शो की
दूसरी वजह फील्डिंग रही। अगर आप न्यूजीलैंड की फील्डिंग देखें, जिस तरह से
वे गेंद पर झपटते हैं, रन बचाते हैं, कैच लेते हैं वो कमाल के होते हैं।
अगर आप भारतीय टीम को देखें तो 3-4 खिलाड़ियों को छोड़कर बाकी प्लेयर्स से
रन बचाने या डाइव लगाने की उम्मीद नहीं कर सकते।