टी20 और वनडे में हर कोई दाएं हाथ के विस्फोटक भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा का लोहा मान चुका है। वे कई लाजवाब पारियां खेल चुके हैं। रोहित ने दो साल पहले इंग्लैंड में हुए वनडे विश्व कप में पांच शतक उड़ाकर इतिहास रच दिया था। वे अब फिर से इंग्लैंड में अपनी उपयोगिता साबित कर रहे हैं, लेकिन इस बार टेस्ट क्रिकेट में।
इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में ओपनर रोहित ने 145 गेंदों पर 11 चौके व एक छक्के की मदद से 87 रन बनाए। हालांकि वे शतक से चूकने पर कुछ निराश दिखे। अब लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने रोहित की पारी की सराहना करते हुए कहा है कि शतक लगाना ही सब कुछ नहीं होता है।
गावस्कर ने की रोहित की खूब तारीफ
गावस्कर ने सोनी स्पोर्ट्स
नेटवर्क पर कहा कि अगर आपको ऐसा खिलाड़ी मिलता है जो 80 रन के स्कोर की
गारंटी दे सकता है, तो पांच टेस्ट की सीरीज में वह 400-450 रन बना देगा। एक
कप्तान को और क्या चाहिए? हां, शतक न बनाकर उन्हें निराशा होगी, लेकिन
लॉर्ड्स में शतक बनाना ही सब कुछ नहीं है। आप ट्रेंटब्रिज या लीड्स में शतक
बना सकते हैं। यदि आप भारत के लिए शतक बनाते हैं, तो दुनिया के किसी भी
हिस्से में यह अहम है। जिस तरह से रोहित बल्लेबाजी कर रहे हैं, उनके पास जो
टाइमिंग है और जिस स्थिति में वे खुद को खड़ा कर रहे हैं, ऐसा लगता है
जैसे एक शतक आने ही वाला है।
इंग्लैंड को मिल रहा महान क्रिकेटर रूट-एंडरसन का लाभ : आथर्टन
इंग्लैंड
के पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन ने टेस्ट सीरीज में चोट से जूझ रही मेजबान
टीम को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी जो रूट और जेम्स एंडरसन पर डाल दी है।
दोनों टेस्ट में इन दोनों का प्रदर्शन ही उल्लेखनीय रहा। रूट टेस्ट सीरीज
में 386 रन के साथ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं जबकि एंडरसन ने नौ
विकेट झटके हैं। आथर्टन ने टेलीग्राफ में अपने कॉलम में लिखा कि शुरुआती
दो मैच में इंग्लैंड ने लड़ाई लड़ी है और वह भी बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर और
क्रिस वोक्स जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के बगैर।
साथ ही यह भी याद
रखना होगा कि स्टुअर्ट ब्रॉड भी बाहर हो गए हैं। इंग्लैंड को एंडरसन और रूट
के रूप में दो सबसे महान क्रिकेटरों का लाभ मिल रहा है। टेस्ट क्रिकेट में
महान खिलाड़ी सीमाओं से परे जाकर हालात अनुकूल कर सकते हैं। इसीलिए मेरा
मानना है कि इंग्लैंड के लिए सब कुछ खत्म नहीं हुआ है।