पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर हज यात्रा के लिए इन दिनों सऊदी अरब में हैं। शोएब अख्तर फैंस के साथ अपनी यात्रा से जुड़ी पल-पल की जानकारी शेयर कर रहे हैं। हाल ही में शोएब ने मक्का में शैतान को पत्थर मारने की रस्म पूरी की। जिसका वीडियो उन्होंने अपने फैंस के साथ शेयर किया। इस वीडियो के साथ उन्होंने कैप्शन लिखा, 'शैतान को पत्थर मारने की रफ्तार तो नहीं मापी, लेकिन, गुस्सा जरूर 100 मील प्रति घंटे की रफ्तार जैसा था।' आपको बता दे, हज यात्रा तभी पूरी मानी जाती है, जब मक्का में शैतान को पत्थर मारने की रस्म पूरी होती है।
इस वीडियो की शुरुआत में शोएब को यह कहते सुना जा सकता है कि इसको छोड़ना नहीं। शोएब पिछले हफ्ते ही सऊदी अरब के स्टेट गेस्ट की हैसियत से हज यात्रा के लिए यहां पहुंचे थे।
आपको बता दे, शोएब अख्तर 2002 में 100 मील प्रति घंटे की रफ्तार को छूने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बने थे। पाकिस्तान के इस तेज गेंदबाज ने 27 अप्रैल 2002 को लाहौर में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान यह उपलब्धि हासिल की थी।
बता दें कि कोरोना महामारी के कारण साल 2020 और 2021 में सऊदी अरब ने विदेशी यात्रियों के हज यात्रा में आने पर पूरी तरह पाबंदी लगा रखी थी। सिर्फ सऊदी अरब के नागरिकों को ही हज यात्रा की अनुमति दी गई थी। हालांकि, अब जब कोरोना पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है तो पाबंदी भी हटा ली गईं है। इसलिए बड़ी संख्या में दुनिया के अलग-अलग देशों से मुसलमान हज यात्रा पर पहुंच रहे हैं। मुस्लिमों के लिए हज यात्रा जरूरी मानी जाती है। ये इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है।
इस बार हज यात्रियों के लिए सऊदी अरब ने कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं, उसके मुताबिक, जिनकी उम्र 65 साल से कम है वही शख्स मक्का की यात्रा कर सकते हैं। साथ ही कोरोना की दोनों वैक्सीन के साथ-साथ सऊदी अरब में प्रवेश के 72 घंटे पहले की RT-PCR रिपोर्ट दिखानी भी अनिवार्य है।