अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा न्यूजीलैंड के खिलाफ शनिवार को पहले टेस्ट के तीसरे दिन सुबह मैदान पर नहीं उतर सके। बीसीसीआई ने एक बयान में कहा कि साहा के गले में जकड़न है। बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनका उपचार कर रही है। साहा की गैरमौजूदगी में केएस भरत विकेटकीपिंग करेंगे। उल्लेखनीय है कि 37 वर्ष के साहा पूर्व में कई दफा चोटिल हो चुके हैं या फिटनेस समस्याओं से जूझते रहे हैं। इन दिनों टेस्ट में मुख्य रूप से विकेटकीपर की भूमिका निभा रहे ऋषभ पंत को सीरीज में आराम दिया गया है। इस बीच, भरत ने रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर शानदार कैच पकड़कर विल यंग (89) को पैवेलियन लौटाया।
कमेंटटर्स का कहना है कि भरत की विकेटकीपिंग की तकनीक काफी अच्छी है। वे भारतीय पिचों पर कारगर साबित हो सकते हैं। भरत को टीम में रखने से एक फायदा यह भी है कि वे भारतीय टीम की बल्लेबाजी को और भी ज्यादा मजबूती देंगे। उल्लेखनीय है कि भरत ने आईपीएल-14 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के लिए प्रभावशाली प्रदर्शन किया था। एक मैच में तो उन्होंने अंतिम गेंद पर छक्का जड़कर टीम को जीत दिलाई थी।
टॉम लैथम तीन बार डीआरएस से गुजरे, चोपड़ा ने कसा तंज
पूर्व
ओपनर और मशहूर कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने कानपुर टेस्ट के दूसरे दिन
अंपायरिंग को लेकर भड़ास निकाली है। मैदानी अंपायर वीरेंद्र शर्मा और नितिन
मेनन ने शुक्रवार को कई गलत फैसले दिए। न्यूलजीलैंड के ओपनर टॉम लैथम को
तीन बार डीआरएस से गुजरना पड़ा। चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि
अंपायरिंग का स्तर काफी साधारण रहा। लैथम को शुभमन गिल की जैसे आउट दिया,
लेकिन उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लगा था। आम तौर पर अच्छी अंपायरिंग
करने वाले मेनन का भी स्तर गिरा हुआ नजर आया। लैथम के साथ यह कितनी बार
हुआ? मैं तो गिनती ही भूल गया हूं।
एक मौके पर कोई किनारा नहीं था,
लेकिन बल्ला जाकर पेड पर लगा और अंपायर ने आउट दे दिया। फिर आप जानते हैं
लैथम ने क्या कहा? इस अंपायर को मेरा चेहरा पसंद नहीं या कुछ और? ऐसे ही एक
बार अश्विन ने रिटर्न क्रीज को पार किया, इसे नो बॉल देना चाहिए था, लेकिन
नहीं दी। टेस्ट में आईसीसी के एलीट पैनल अंपायर्स को अंपायरिंग कराना
चाहिए। इस समय पैनल में 11 अंपायर्स शामिल हैं, जिसमें मेनन भी हैं।
बड़ौदा का मुश्ताक अली ट्रॉफी में निराशाजनक प्रदर्शन, क्रुणाल कप्तानी से हटे
बाएं
हाथ के भारतीय ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या ने बड़ौदा टीम की कप्तानी छोड़ दी
है। क्रुणाल ने बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के अध्यक्ष प्रणव आमीन को
ईमेल के जरिए इसकी सूचना दी। हाल ही खत्म हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में
बड़ौदा का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था। बड़ौदा ग्रुप में अंतिम पायदान
पर रही। क्रुणाल 5 मैच में सिर्फ 87 रन बनाने के साथ 5 विकेट ही झटक पाए।
बतौर कप्तान क्रुणाल का जनवरी में मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान ही दीपक
हुड्डा से विवाद हो गया था।
इसके बाद हुड्डा बड़ौदा से नाता तोड़कर
राजस्थान से जुड़ गए। इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, क्रुणाल ने
बीसीए को लिखे ईमेल में साफ किया है कि वे टीम में चयन के लिए उपलब्ध
रहेंगे और बतौर खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। अब विजय हजारे ट्रॉफी
(वनडे टूर्नामेंट) के लिए केदार देवधर को बड़ौदा का कप्तान बनाया जा सकता
है। क्रुणाल आईपीएल में मुंबई इंडियंस टीम के सदस्य थे।