श्रीलंका के खिलाफ रविवार को खेले गए पहले वनडे में टीम इंडिया ने सात विकेट से एकतरफा जीत दर्ज की। जीत में बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव का भी अहम योगदान रहा। इस चाइनामैन गेंदबाज ने दो विकेट चटकाए। कुलदीप के शानदार प्रदर्शन के बाद कमेंटेटर और पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने इंग्लैंड में मौजूद कप्तान विराट कोहली पर निशाना साधा है।
मांजरेकर ने कहा कि हैरानी होती है कि इंग्लैंड के खिलाफ 2019 विश्व कप मैच के बाद कुलदीप को अचानक वनडे टीम से बाहर कर दिया गया। तब कुलदीप ने 72 रन पर एक विकेट लिया था, लेकिन याद रखें कि उसी मैच में युजवेंद्र चहल ने 88 रन लुटाए थे। अगर आप कुलदीप की तुलना क्रुणाल पांड्या से करते हैं, तो आप देखेंगे कि वो ऐसे व्यक्ति हैं जो गेंद को फ्लाइट करते हैं। क्रुणाल रन रोकने वाले हैं, जबकि कुलदीप विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
शतक से ज्यादा जरूरी है मैच जीतने पर ध्यान : मांजरेकर
मांजरेकर
को लगता है कि पृथ्वी शॉ अन्य भारतीय क्रिकेटरों की तरह दबाव में हैं और
चाहते हैं कि वह बस इस पल को जिएं और अपने खेल का आनंद लें। पृथ्वी ने पहले
वनडे में 24 गेंदों में 43 रन बनाकर मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार पर कब्जा
जमाया था। मांजरेकर ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि हम आम तौर पर भारत की तरह
युवा खिलाड़ी पर यह कहते हुए दबाव नहीं डालते कि उसे शतक बनाना है।
आज
जो 43 रन मिले, उसने उसके बाद भारत को जीत की स्थिति में ला खड़ा किया।
अगर उन्होंने कोशिश की तो भी भारत हारने वाला नहीं था। मैं पृथ्वी के
स्ट्राइक रेट से 40 और 50 रन बनाकर खुश हूं, बशर्ते उसके बाद पर्याप्त
बल्लेबाजी हो। और ऐसा लग रहा था कि वह उस तरह से खेलना नहीं चाह रहा था,
लेकिन यह बस हो रहा था। बड़े शतक लगाने से मैच जीतने पर ध्यान देना बेहतर
है। वनडे में यदि आप शीर्ष पर बल्लेबाजी करने वाले अच्छे खिलाड़ी हैं, तो
आपको शतक मिलते हैं।
आकाश चोपड़ा ने लिए अर्जुन रणतुंगा के मजे!
भारत
की धमाकेदार जीत के बाद श्रीलंका के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर अर्जुन रणतुंगा
पर पूर्व ओपनर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने जमकर हमला बोला है। आकाश ने
अपने यूट्यूब चैनल पर भारत-श्रीलंका पहले वनडे का रिव्यू किया और कहा, भारत
ने बताया मेजबान को कैसे करते हैं बेजुबान। दरअसल रणतुंगा ने सीरीज शुरू
होने से पहले टीम इंडिया का अपमान किया था और कहा था कि बीसीसीआई ने
श्रीलंका दौरे पर दोयम दर्जे की टीम भेजा है। आकाश ने रिव्यू करते हुए कहा,
लगता है टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने रणतुंगा के शब्दों को दिल से ले
लिया। आकाश ने कहा, 262 रन का लक्ष्य इतना भी कम नहीं होता कि आप 7 विकेट
और 15 ओवर शेष रहते जीत दर्ज कर लें।