
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने न केवल कोहली की काबिलियत की खुलकर तारीफ की, बल्कि यहां तक कह डाला कि अगर कोहली इस साल इंग्लैंड दौरे पर जाते तो वे निश्चित तौर पर बड़ी पारियां खेलते और रन बनाते। गांगुली का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब भारत को इंग्लैंड में पहले टेस्ट मैच में करारी हार का सामना करना पड़ा है।
कोहली ने चौंकाया, गांगुली ने जताया भरोसागौरतलब है कि विराट कोहली ने मई 2025 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था। उन्होंने अपने 13 साल लंबे टेस्ट करियर में 123 मैच खेले, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक के साथ कुल 9230 रन बनाए। उनकी औसत 46.85 की रही। 2024 में वह पहले ही टी20 इंटरनेशनल से रिटायर हो चुके थे और अब वे केवल वनडे प्रारूप में टीम इंडिया के लिए उपलब्ध हैं।
गांगुली ने पीटीआई से बातचीत में कहा, मैं कहूंगा कि यह बहुत अप्रासंगिक है। एक खिलाड़ी के तौर पर सिर्फ आप समझते हैं कि कब रुकना है। विराट को देखिए, हर कोई कहता है कि उन्होंने ऐसा फैसला क्यों लिया। मैं जानता हूं कि उनके पिछले पांच साल टेस्ट में बहुत अच्छे नहीं रहे, लेकिन वह एक चैंपियन खिलाड़ी हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि अगर वह इंग्लैंड के इस दौरे पर जाते तो रन बनाते।
इंग्लैंड में विराट का प्रदर्शन हमेशा रहा चुनौतीपूर्ण, फिर भी बनाए रनकोहली का इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में प्रदर्शन मिश्रित रहा है। उन्होंने इंग्लैंड में खेले गए 33 टेस्ट पारियों में 33.21 की औसत से 1096 रन बनाए हैं, जिसमें 2 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि, 2014 का दौरा उनके लिए निराशाजनक रहा था, लेकिन 2018 में उन्होंने जोरदार वापसी की थी। उस दौरे पर उन्होंने 59.30 की औसत से 593 रन बनाए और सीरीज के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज साबित हुए। उस वक्त वह टीम के कप्तान भी थे।
गांगुली ने यह संकेत दिया कि महान खिलाड़ी समय के साथ खुद को ढालना जानते हैं। उन्होंने कहा, कोहली को यह अहसास हो गया था कि अब रुकने का समय है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि वो रन नहीं बना सकते थे।
भारत की हार के संदर्भ में आया यह बयानभारत इस समय इंग्लैंड के दौरे पर है, जहां पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स में खेला गया। इस मैच में भारत ने पहली पारी में 471 और दूसरी पारी में 364 रन बनाए, फिर भी टीम को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने 371 रन का लक्ष्य 82 ओवर में ही हासिल कर लिया। इस हार के बाद कोहली की अनुपस्थिति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं और ऐसे में गांगुली का यह बयान चर्चा का विषय बन गया है।
क्या कोहली की वापसी की संभावना है?हालांकि कोहली ने खुद अब तक टेस्ट क्रिकेट में वापसी के संकेत नहीं दिए हैं, लेकिन गांगुली जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी का यह कहना कि अगर वो जाते तो रन बनाते इस ओर इशारा करता है कि कोहली में अभी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने की क्षमता है। ऐसे में आने वाले समय में क्या कोहली फिर से अपने फैसले पर पुनर्विचार करेंगे? यह देखना दिलचस्प होगा।
कोहली की कमी महसूस कर रही टीम इंडिया?जहां भारत नए कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में नई शुरुआत करने की कोशिश कर रहा है, वहीं कोहली जैसे अनुभवी बल्लेबाज की अनुपस्थिति टीम को खल भी सकती है। गांगुली के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि कोहली अभी भी टीम के लिए बहुत कुछ दे सकते थे। सवाल यह है कि क्या भारतीय टीम युवा जोश के साथ अनुभव की भरपाई कर पाएगी?