इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में भारत की हालत खस्ता है। सीरीज में 1-0 से आगे चल रही टीम इंडिया खेल के हर क्षेत्र में जूझ रही है। बल्लेबाजों के फ्लॉप होने के बाद गेंदबाजों ने भी लुटिया डुबो दी। भारतीय टीम पहले दिन चायकाल से पहले 78 रन पर सिमट गई थी। इसके बाद तीसरे दिन गुरुवार (26 अगस्त) को स्टंप्स के समय तक इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 8 विकेट पर 423 रन बना लिए थे। मेजबान टीम ने मेहमान टीम पर 345 रन की बढ़त बना अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली है। यूं तो सभी गेंदबाजों को संघर्ष करना पड़ा, लेकिन अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा कुछ ज्यादा ही परेशान दिखे।
ईशांत 22 ओवर में 92 रन खर्च कर चुके हैं और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। पहले टेस्ट के दौरान शार्दुल ठाकुर के अनफिट होने के बाद ईशांत को मौका मिला था। हालांकि शार्दुल इस टेस्ट से पहले फिट हो गए लेकिन कप्तान विराट कोहली ने ईशांत पर ही भरोसा जताया। हालांकि मोहम्मद शमी ने ईशांत का बचाव किया है। शमी ने कहा कि देखिए जब कभी-कभी गेंदबाज के हाथ से गेंद अच्छी तरह से नहीं निकलती है या टीम लंबे समय से मैदान पर होती है तो कप्तान उसे 3-4 ओवर के छोटे स्पैल देने लगता है। आपको टेस्ट में लगातार 7-8 ओवर के स्पैल डालने की जरूरत नहीं है।
ईशांत शर्मा की फिटनेस को लेकर कोई शक नहीं : शमी
आपने देखा
होगा कि ईशांत ने गेंदबाजी में पारी की शुरुआत की और उसका अंत भी किया,
इसलिए उनकी फिटनेस को लेकर कोई शक नहीं है। यह सिर्फ इतना है कि कप्तान को
यह देखना होता है कि किस गेंदबाज को रिकवरी की जरूरत है, उसे कितने ओवर
देने हैं, कितने छोटे या लंबे स्पैल देने हैं। यह कप्तान का फैसला है,
गेंदबाज का नहीं। पिच धीमी हो गई है और इसलिए बल्लेबाजी करते समय इंग्लैंड
के लिए यह इतना आसान था। अगर यह नहीं होता, तो परिणाम पूरी तरह से अलग
होता। हां, हम भी बल्लेबाजी करते समय थोड़ा जल्दी आउट हो गए, लेकिन हमें
अपना मनोबल छोटा करने की जरूरत नहीं है।
शमी ने SENA देशों में पूरे किए 100 विकेट
भारतीय
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पिच और परिस्थितियों से बहुत ज्यादा मदद नहीं
मिलने के बावजूद शानदार गेंदबाजी की और 3 विकेट लेने में सफल रहे। शमी ने
इसी दौरान एक खास रिकॉर्ड बना दिया। शमी ने साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड,
न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया (SENA) में मिलाकर 100 विकेट पूरे कर लिए हैं।
उन्होंने इसके लिए 29 टेस्ट खेले। ऐसा कारनामा करने वाले शमी भारत के
पांचवें गेंदबाज बन गए हैं। शमी से पहले कपिल देव, अनिल कुंबले, जहीर खान
और ईशांत शर्मा ने यह कमाल किया था। सबसे पहले भारत के लिए यह कारनामा कपिल
देव ने किया था। सेना देशों में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट अनिल
कुंबले ने लिए हैं। कुंबले के नाम 35 टेस्ट में 141 विकेट हैं।