चौथा टेस्ट : विराट कोहली ने बताया किसने पलटा पासा, जो रूट की नजर में ये रहे हार के कारण

भारत ने इंग्लैंड को लंदन के द ओवल में खेले गए चौथे टेस्ट में 157 रन से रौंद दिया। इंग्लैंड के सामने 368 रन का मुश्किल लक्ष्य था और उसकी टीम मैच के पांचवें व अंतिम दिन सोमवार को 210 रन पर ही ढेर हो गई। भारत ने पांच मैच की सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है। अंतिम टेस्ट 10 सितंबर से मैनचेस्टर में खेला जाएगा। जीत से काफी खुश नजर आ रहे भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि लंच के बाद गेंद रिवर्स स्विंग होना शुरू हो गई थी।

ऐसे में बुमराह ने मुझसे गेंद मांगी और ओली पॉप व जॉनी बेयरस्टो को कुछ ही अंतराल में बोल्ड कर नतीजा हमारी तरफ मोड़ दिया। उस समय मुझे लगता है टीम ने जिस तरह का जज्बा दिखाया, वह काफी अच्छा है। हम इस मैच को बचाने के मकसद से नहीं बल्कि जीतने के लिए ही उतरे थे। टीम ने जिस तरह का खेल दिखाया, उस पर वास्तव में गर्व है। हालात थोड़े मुश्किल थे और हमें पता था कि जब जडेजा रफ में गेंदबाजी कर रहे थे तो उनके पास एक मौका था।


कोहली के हिसाब से ये भारत का शीर्ष तीन गेंदबाजी प्रदर्शनों में से एक

कोहली ने कहा कि मैंने एक कप्तान के रूप में जितना भी देखा है, यह उसमें भारतीय टीम के शीर्ष तीन गेंदबाजी प्रदर्शनों में से एक है और यह देखना शानदार रहा है। हमें एक टीम के रूप में भरोसा था कि हम सभी दस विकेट निकाल सकते हैं। मुझे लगता है कि दोनों मैच (लॉर्ड्स और ओवल) में सबसे अच्छी बात टीम का जज्बा दिखाना रहा है। हम कभी मैच को बचाने (ड्रॉ) की मानसिकता से नहीं खेलते हैं। हम जीतने के लिए खेलते हैं और टीम ने जो जज्बा दिखाया है, उस पर वास्तव में गर्व है। आज रिवर्स स्विंग में गेंदबाज अच्छे रहे।


पहली पारी की बढ़त के बावजूद नहीं भुना पाए मौके : रूट

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ओवल में हार से काफी निराश हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सोचा कि आज हमारे लिए कुछ खास होगा। हम जीत सकते हैं। हमारी ओपनिंग भागीदारी शानदार थी, इसे तोडऩे का श्रेय भारत को जाता है, उन्होंने अच्छी रिवर्स स्विंग गेंदें फेंकी। बुमराह का स्पेल ही खेल का असली टर्निंग पॉइंट था। अब हमें अपने कमजोर क्षेत्रों पर एक बार फिर से ध्यान देने की जरूरत है। हमने कई मौके गंवाए। हमें पहली पारी की बढ़त के साथ ज्यादा फायदा उठाना चाहिए था और जो मौके मिले, उन्हें भुनाना चाहिए था। हमें रिवर्स स्विंग के खिलाफ बेहतर खेलना होगा। एक बात और हमें 100 से ज्यादा रन की लीड की ओर देखना होगा। हमें कुछ बड़े शतकों की जरूरत थी। बड़ी साझेदारियां होतीं तो हम आगे होते। हमें सही एकादश चुनने पर भी जोर देना होगा।