भारत के खिलाफ नॉटिंघम में खेले जा रहे पांच मैच की सीरीज के पहले टेस्ट के पहले दिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने तेज गेंदबाजों की चौकड़ी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इंग्लैंड की पहली पारी मात्र 183 रन पर ढेर हो गई। इंग्लैंड के अपने ही घर में इस प्रदर्शन से हर कोई हैरान है। पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने इस पर नाराजगी जताई है। वॉन ने अपनी भड़ास ट्विटर पर निकाली। वॉन ने लिखा कि इंग्लैंड ऑलआउट हो गई, अब लोग द 100 टूर्नामेंट को इसके लिए जिम्मेदार ठहराएंगे। बकवास... काउंटी क्रिकेट की तैयारियों के साथ जब न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड की टीम ऑलआउट हुई थी, तब द हंड्रेड को किसी ने जिम्मेदार नहीं ठहराया। यह बहुत आसान बहाना है, खिलाड़ियों का क्या? जो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।
तीन विकेट झटकने वाले शमी ने कहा…
तूफानी गेंदबाजी का नजारा
पेश करने वाले दाएं हाथ के भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा कि
उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे कहां खेल रहे हैं और वे किसी भी तरह
की परिस्थिति में कौशल पर भरोसा करते हैं। तीन विकेट झटकने वाले शमी ने
कहा कि मुझे नहीं पता कि मैं इंग्लैंड में विकेट क्यों हासिल नहीं कर पाता
(हंसते हुए)। लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया या
कहीं और खेल रहा हूं, मैं अपने कौशल पर भरोसा करता हूं। यहां तक कि जब मैं
नेट्स पर गेंदबाजी कर रहा था तब भी हालात को परखने का प्रयास कर रहा था और
इसी के अनुसार योजना बनाई। इसके बाद मैच में इसे लागू करने का प्रयास किया।
रूट इस मामले में बने इंग्लैंड के नं.1 बल्लेबाज
जो
रूट 64 रन की पारी के दौरान इंग्लैंड के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे
ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। रूट ने पूर्व कप्तान एलेस्टर कुक को
पीछे छोड़ा जिन्होंने 15737 रन बनाए थे। रुट ने टेस्ट में 50वां अर्धशतक
लगाया। रूट इंग्लैंड के लिए तीनों फॉर्मेट खेलते हैं और उन्होंने 366
पारियों में कुक को पछाड़ा है। उनका इंटरनेशनल क्रिकेट में 48 से ज्यादा का
औसत है और वे कुल 36 शतक और 90 अर्धशतक लगा चुके हैं। रूट ने 106 टेस्ट,
152 वनडे और 32 टी20 मैच खेले हैं। 30 साल के रूट ने सबसे ज्यादा टेस्ट रन
भारत के खिलाफ ही बनाए हैं। रूट ने 2012 में डेब्यू किया था।