इसमें खरगोश का सिर एक खांचे में बांध दिया जाता है, जिससे उसकी आंख निकल आती
है। उसके ऊपर शैम्पू की बूंदें गिरती रहती हैं। तकलीफ में खरगोश जोर-जोर से
चिल्लाता है। वो खांचे से निकलने की कोशिश में ताकत लगाता है। हर साल
शैम्पू के कारोबार के लिए करीब एक लाख खरगोश अपनी आंखें गंवा देते हैं।