अक्षय ने बताया की बचपन में जब एक बार वो क्लास में फ़ैल हो गए थे तो डांट पढने की सोच कर काफी डर गए थे..... लेकिन जब उन्होंने अपने पिताजी को इस बारे में बताया तो उन्होंने बड़े प्यार से अक्षय से पूछा की तुम क्या करना चाहते होI मेरे यह बताने पर की मेरा मन खेल कूद में है तब पिताजी ने कहा “ठीक है फिर स्पोर्ट्स में ध्यान दो, हम तुम्हारे साथ हैI पर साथ में पढाई भी करोI” फिर अक्षय ने कहा अगर मेरे परिवार ने अगर मेरा साथ नहीं दिया होता तो में आज ये नेशनल अवार्ड मेरे हाथों में नहीं होताI
ये बात में इस लिए बोल रहा हु क्यूंकि मैंने कही पढ़ा था एक आईआईटी स्टूडेंट और एक मैनेजमेंट के स्टूडेंट ने पढाई के दवाब के चलते अपनी जान दे दीI ऐसा क्यों हुआ क्या तुम्हारी जान एक एग्जाम की मार्कशीट से सस्ती हो गई है? ऐसी कौनसी पढाई कर रहे हो इससे तो अच्छा है की देश के लिए सरहद पर जाकर जान लगा दोI अपने माँ बाप के बारे में सोचो उन पर क्या बीतती होगीI इसके अलावा अक्षय ने स्टूडेंट्स के माता पिता से भी अनुरोध किया की आप अपने बच्चों से बात करे उनकी समस्यायों को जानकर उस हल करने में मदद करेंI
स्टूडेंट्स को अपना ध्यान रखे के लिए और टेंशन मुक्त रहने के लिए बोला यह भी कहा आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं है, कभी भी नहीं हैI