लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में नाबालिग लड़की से रेप के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एक्शन लिया है। गौरतलब है कि सीएम योगी ने शुक्रवार को ही अयोध्या रेप पीड़िता की मां से मुलाकात की और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। अब इस पूरे मामले में दो पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, रेप के मुख्य आरोपी मोइद की संपत्तियों की भी जांच शुरू कर दी गई है।
अयोध्या के भदरसा में हुए रेप कांड में बड़ी कार्रवाई की गई है। पीड़ित किशोरी की मां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद से ही कार्रवाई तेज हो गई है। जानकारी के मुताबिक, पूराकलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस वालों पर ये एक्शन त्वरित कार्रवाई न करने और मुकदमा दर्ज करने में देरी के कारण की गई है। नाबालिग लड़की की मां ने मुख्यमंत्री योगी से इस बारे में शिकायत की थी।
इंडिया टीवी के अनुसार, अयोध्या के भदरसा में नाबालिग बच्ची से रेप के मुख्य आरोपी सपा नेता मोइद खान पर भी एक्शन तेज कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, मोइद की संपत्तियों की भी जांच शुरू कर दी गई है। राजस्व विभाग ने उसकी जमीन की पैमाईश शुरू की है। मोइद पर तालाब और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे का आरोप लगा हुआ है।
पुलिस के मुताबिक, अयोध्या रेप केस की पीड़िता के पिता नहीं है। उसकी मां और बहने मजदूरी से मिले पैसे से घर का गुजारा चलाती हैं। आरोप है कि ढाई महीने पहले पीड़िता मजदूरी कर घर लौट रही थी। इसी वक्त सपा नेता मोइद खान की बेकरी में काम करने वाला राजू खान उसके पास आया और कहा मोइद तुम्हें बुला रहे हैं। जब पीड़िता वहां पहुंची तो मोइद खान ने उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया। वहीं, राजू ने मोबाइल से वीडियो बनाया। इसके बाद राजू ने भी पीड़िता संग दुष्कर्म किया। इसके बाद ये सिलसिला आम हो गया और लगातार पीड़िता के साथ यह दोनों रेप करते रहे।