बिजली पोल पर काम करते समय मजदूर की करंट से मौत, गुस्साए ग्रामीणों ने शव रखकर किया प्रदर्शन

राजस्थान के बूंदी जिले के करवर थाना क्षेत्र स्थित नाहरगंज गांव में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जहां विद्युत पोल पर काम कर रहे मजदूर की करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। हादसे से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने विद्युत विभाग की लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया। मृतक के परिजनों ने जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई और 50 लाख रुपये मुआवजा तथा एक परिजन को सरकारी नौकरी की मांग की है।

शटडाउन लेकर कर रहा था काम, बीच में सप्लाई चालू हो गई

करवर थाना प्रभारी मुकेश यादव के अनुसार, मंगलवार सुबह करंट लगने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में पता चला कि मृतक बबलू नागर, पुत्र रमेश धाकड़, नाहरगंज गांव का निवासी था और ठेके पर विद्युत विभाग के लिए काम कर रहा था। वह बिजली के पोल पर चढ़कर मेंटेनेंस कार्य कर रहा था और इससे पहले उसने स्टेशन पर मौजूद कर्मचारी से लाइन बंद करवाने के लिए शटडाउन लिया था। हालांकि, जब वह पोल पर कार्यरत था, तो अचानक किसी ने विद्युत आपूर्ति चालू कर दी, जिससे पोल में करंट दौड़ गया और बबलू उसकी चपेट में आ गया। जब तक लाइन दोबारा बंद की गई, तब तक उसकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी।

गांव में मचा हड़कंप, शव रखकर प्रदर्शन

हादसे की खबर फैलते ही गांव में तनाव का माहौल बन गया। बबलू की मौत से आक्रोशित उसके परिजन और सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गए। उन्होंने मृतक का शव सड़क पर रखकर नारेबाजी की और दोषी अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की। लोगों ने विद्युत विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवजे की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि मृतक अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था और इस हादसे ने पूरे परिवार को असहाय कर दिया है।

प्रशासनिक अधिकारी मौके पर, लोगों को समझाने की कोशिश जारी


सूचना मिलने पर पुलिस उपाधीक्षक, तहसीलदार और करवर थाना सहित आस-पास के थानों का जाप्ता मौके पर पहुंचा और लोगों को शांत करने की कोशिश की। हालांकि, प्रदर्शन कर रहे लोग अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई और उचित मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। अधिकारियों ने परिजनों से बातचीत कर मामले को शांतिपूर्वक सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन स्थानीय लोगों का गुस्सा और पीड़ा देखते हुए माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। प्रशासन की ओर से इस मामले की गंभीरता से जांच और मृतक परिवार को राहत देने की दिशा में कदम उठाने की बात कही गई है।