WHO एक बार फिर करने जा रहा कोरोना के उत्पत्ति की जांच, बनाई 20 वैज्ञानिकों की टीम

कोरोना ने पूरी दुनिया को विकट स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया हैं और इससे कब तक निजात मिल पाएगा कोई बता नहीं सकता हैं। ऐसे में सभी के मन में सवाल खड़ा होता हैं कि आखिर इस कोरोना की उत्पत्ति कैसे हुई हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इसके बारे में जानने के लिए 20 वैज्ञानिकों की नई टीम बना रहा हैं। एक अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में ये दावा किया गया है। द वाल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट में कहा गया है कि डब्ल्यूएचओ नए सुबूतों की तलाश के लिए 20 वैज्ञानिकों की एक नई टीम जुटा रहा है। अगस्त में अमेरिका ने कोविड-19 वायरस के स्रोत की जानकारी देने वाली एक रिपोर्ट जारी की है जिसपर चीन ने सख्त आपत्ति जताते हुए रिपोर्ट को राजनीतिक बताया था और कहा था कि रिपोर्ट में कोई वैज्ञानिक तथ्य और विश्वसनीयता नहीं है।

डब्ल्यूएचओ ने इस मामले में जो प्रारंभिक जांच की थी उसमें चीनी वैज्ञानिकों ने जो डाटा दिए थे वो वायरस के स्रोत का पता लगाने के लिए अपर्याप्त हैं। इसी वजह से स्वास्थ्य क्षेत्र के वैश्विक संगठन ने मामले की फिर से जांच करने का फैसला लिया है।

नई टीम में लैब सेफ्टी, बायो सिक्योरिटी और जिनेटिक्स के विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा और इन्हें ये जिम्मेदारी दी जा सकती है कि वे पता लगाएं कि क्या नोवल कोराना वायरस लैब से पैदा हुआ। इसके साथ ही उन्हें वायरस से भविष्य में होने वाले खतरों और मानवीय व्यवहारों के ज्यादा व्यापक विषयों की जांच भी करनी पड़ सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि नई पहल से जांच तेज करने में मदद मिलेगी क्योंकि इस बात का खतरा बढ़ता जा रहा है कि वायरस के शुरुआती मरीजों से खून के जो नमूने इकट्ठा किए गए थे वो कहीं खराब न हो जाएं।