पश्चिम बंगाल के 20 जिलों में हुए पंचायत चुनावों के लिए गुरुवार को हो रही मतगणना के रुझानों में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को भारी बढ़त मिलती दिख रही है। तृणमूल ने 2,467 सीटें जीती और 2,683 सीटों पर वह आगे चल रही है। अधिकारी ने बताया कि भाजपा ने 386 सीटें जीती हैं और वह 231 सीटों पर आगे चल रही है जबकि माकपा ने 94 सीटें जीती हैं और वह 163 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस ने 33 सीटें जीती है और वह 55 सीटों पर आगे चल रही है। उनके मुताबिक 158 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजेता रहे हैं और 163 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार ही आगे चल रहे हैं।
सुरक्षाबलों का लाठीचार्जबीरभूम जिले में सुरक्षाबलों ने टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठीचार्ज किया। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता बीरभूम में एक मतगणना केंद्र के बाहर आपस में भीड़ गए थे। हालात बेकाबू होते देख सुरक्षाबलों ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तीतर-बीतर कर दिया।
गड़बड़ियों का खुलासा- वहीं मतगणना शुरू होने के साथ ही गड़बड़ियों का खुलासा होने लगा है। जलपाईगुड़ी में पॉलिटेक्निक संस्थान स्थित काउंटिंग सेंटर से पुलिस ने 40 मोबाइल फोन जब्त किए हैं।
- राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हुई।
- पंचायत चुनावों के दौरान बड़े पैमाने पर हुई हिंसा की घटनाओं को देखते हुए मतगणना स्थलों पर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है।
- इससे पहले सोमवार को हुई वोटिंग के दौरान कई इलाकों में हिंसक घटनाएं हुई थी। इन घटनाओं में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे।
- इसके बाद राज्य के 20 जिलों में से 19 जिलों के 568 बूथों पर बुधवार को दोबारा मतदान कराया गया था।
- इससे पहले बुधवार को राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) को जिन 568 मतदान केंद्रों पर हिंसा की शिकायतें मिली थीं वहां छिटपुट हिंसा के बीच पुनर्मतदान संपन्न हुआ था।
- आयोग के मुताबिक लगभग 70 फीसद मतदान दर्ज किया गया. हुगली में 10, पश्चिम मिदनापुर में 28, कूचबिहार में 52, मुर्शिदाबाद में 63, नदिया में 60, उत्तरी 24 परगना में 59, मालदा में 55, उत्तर दिनाजपुर में 73 और दक्षिण 24 परगना में 26 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराया गया था।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में 14 मई को हुए पंचायत चुनावों में काफी बड़े पैमाने पर हिंसा की घटनाएं हुई थीं। जिसमें 12 लोगों की जान चली गई थी और 43 अन्य घायल हो गये थे। हिंसा के दौरान मुख्य मतदान केंद्रों को निशाना बनाया गया था। कई जगहों पर भाजपा-टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। तो कहीं-कहीं पर भाजपा और कांग्रेस समर्थक आपस में भिड़ गए।
बुधवार को केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा के ब्यौरे को अधूरा बताते हुए ममता सरकार से दूसरी रिपोर्ट भेजने के लिए कहा। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में सोमवार को हुए चुनाव में भारी हिंसा के बाद रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया था। इसके दो दिन बाद ही यह संदेश भेजा गया था।