गुजरात मोरबी हादसे के बाद पश्चिम बंगाल सरकार हुई सतर्क, अब 2,109 पुलों की होगी स्वास्थ्य जांच

गुजरात के मोरबी पुल हादसे में 130 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। यह सस्पेंशन ब्रिज लगभग 100 साल पुराना था। इस ब्रिज के गिरने के बाद पश्चिम बंगाल सरकार भी हरकत में आ गई है। राज्‍य सरकार की ओर से अपने यहां मौजूद सभी 2,109 पुलों की 'स्वास्थ्य जांच' यानि उनकी मजबूती और अन्‍य जांच कराने का फैसला किया है, ताकि समय रहते किसी भी बड़ी अनहोनी से बचा जा सके।

राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग के मंत्री पुलक रॉय ने वरिष्ठ अधिकारियों और इंजीनियरों के साथ बैठक के दौरान उन्हें सभी पुलों की स्थिति का निरीक्षण करने और नवंबर के आखिर तक जरूरी रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। रॉय ने इंजीनियरों को निर्देश दिया कि यदि सर्वे में किसी भी पुल में समस्या नजर आती है तो तत्‍काल उस पर काम किया जाए। मंत्री ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'गुजरात में जो हुआ उसे देखने के बाद हमने राज्य के सभी पुलों का स्वास्थ्य परीक्षण करने का फैसला किया। हम जोखिम नहीं उठा सकते।'

इस बैठक में सिलीगुड़ी में कोरोनेशन ब्रिज और कांगसाबती में बीरेंद्र सासमल सेतु को जल्द से जल्द ठीक करने का निर्णय लिया गया। संतरागाछी पुल की मरम्मत के लिए आवश्यक कार्य भी 10 नवंबर से शुरू हो जाएगा।

एक अधिकारी ने कहा कि, 'कंगसाबती और शिलाबाती नदियों पर दो नए पुलों का निर्माण किया जाएगा।'