राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि पर दौसा में सर्वधर्म प्रार्थना सभा, गिले-शिकवे भूल अशोक गहलोत भी पहुँचे

पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को राजस्थान के दौसा जिले के भड़ाना गांव में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस के दिग्गज नेता, सांसद, विधायक और हज़ारों कार्यकर्ता एक मंच पर एकत्र हुए, जिससे पार्टी की आंतरिक एकता का संदेश भी गया।

राजेश पायलट को श्रद्धांजलि देने के लिए दौसा के भड़ाना में आयोजित इस सभा में कांग्रेस के 45 विधायक और 7 सांसदों सहित कई वरिष्ठ नेता पहुंचे। कार्यक्रम की शुरुआत एक सर्वधर्म प्रार्थना सभा से हुई, जिसमें वेदों, कुरान, बाइबिल और गुरबाणी के पाठ के साथ गांधीजी का प्रिय भजन ‘रघुपति राघव राजा राम’ गाया गया। सभा में पायलट की जीवनी पर आधारित एक शॉर्ट फिल्म भी प्रदर्शित की गई, जिसमें उनके वायुसेना से लेकर राजनीति तक के सफर को दर्शाया गया।

सभा में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा और युवा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान भी उपस्थित थे।

गहलोत बोले – ‘हमारे बीच कोई दूरी नहीं’

पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के आमंत्रण पर दौसा पहुंचकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा छेड़ दी। मंच से उन्होंने कहा कि “हमारे बीच कोई दूरी नहीं है, हम सब प्रेम और मोहब्बत से रहते आए हैं।” उन्होंने राजेश पायलट को याद करते हुए कहा कि वह और पायलट लोकसभा में 18 वर्षों तक साथ रहे। गहलोत ने पायलट की ईमानदारी और गरीबों के लिए किए गए कार्यों को प्रेरणादायक बताया।

सचिन पायलट ने दी भावुक श्रद्धांजलि

पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर कहा कि उनका जीवन कठिन परिस्थितियों से शुरू हुआ और उन्होंने वायुसेना में रहते हुए 1971 की जंग में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि पायलट साहब का जीवन न केवल उनके लिए बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

नेताओं ने रखी अपनी बात

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि पायलट ने राजीव गांधी के सपनों को साकार करने का काम किया, खासतौर पर संचार क्रांति के क्षेत्र में। उन्होंने हमेशा पिछड़ों और किसानों को राजनीति में आगे बढ़ाया। कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी मंच से पायलट के योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।

कांग्रेस की एकजुटता का मंच

इस कार्यक्रम में सभी गुटों के कांग्रेस नेता शामिल हुए, जिससे यह संदेश गया कि पार्टी के अंदरूनी मतभेदों को भुलाकर एकजुटता की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में पहुंचने वाले प्रमुख नेताओं में अशोक गहलोत, डोटासरा, जूली, अलका लांबा, उदयभान, कई विधायक, पूर्व विधायक और सांसद शामिल रहे।

राजेश पायलट की पुण्यतिथि न केवल एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम थी, बल्कि कांग्रेस की आंतरिक एकता और भावी रणनीति का प्रदर्शन भी। जिस प्रकार से अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक मंच पर साथ नजर आए, उसने पार्टी के भीतर मेल-मिलाप और समन्वय के संकेत दिए हैं। यह दिन न केवल पायलट साहब की यादों से भरा रहा, बल्कि राजस्थान की राजनीति के लिए भी कई संकेत छोड़ गया।