संभल: किसान प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए 6 किसानों को 50 लाख का नोटिस, फिर घटाई रकम

तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन का आज 23वां दिन है। किसान कानून वापसी पर अड़े हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में किसान आंदोलन में भाग लेने वाले किसानों को नोाटिस भेजे जा रहे हैं। संभल के उपजिला मजिस्ट्रेट (SDM) ने छह किसानों को 50 हजार तक का मुचलका भरने के लिए नोटिस भेजे गए हैं। पहले इन किसानों को 50 लाख के नोटिस भेजे गए थे, लेकिन अब इस नोटिस को संशोधित कर दिया गया है। SDM दीपेंद्र यादव ने 50 लाख वाले नोटिस पर सफाई देते हुए इसे 'क्लेरिकल एरर' यानी निचले स्तर पर की गई गलती बताया और कहा कि किसानों को बाद में संशोधित नोटिस भेज दिया गया।

इस नोटिस में कहा गया है कि 'किसान गांव-गांव जाकर किसानों को भड़का रहे हैं और अफ़वाह फ़ैला रहे हैं जिससे कानून व्यवस्था ख़राब हो सकती है।' नोटिस में इन किसानों से जवाब मांगा गया है कि किसानों पर 1 साल तक शांति बनाए रखने के 50 लाख रूपए का मुचलका क्यों न लगाया जाए। ये नोटिस धारा 111 के तहत 12 और 13 दिसंबर को भेजे गए हैं। नोटिस में लिखा है किसान, किसान आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं जिससे क़ानून व्यवस्था भंग होने की संभावना है। ये किसान, किसान आंदोलन में हिस्सा ले रहे किसान संगठनों के सदस्य हैं।

एसडीएम दीपेंद्र यादव ने गुरुवार को कहा, 'हमें हयात नगर पुलिस थाने से रिपोर्ट मिली थी कि कुछ व्यक्ति किसानों को उकसा रहे हैं और इससे शांति भंग होने की आशंका है।' उन्होंने बताया कि थाना अध्यक्ष की रिपोर्ट में कहा गया था कि इन लोगों को 50-50 हजार रूपए के मुचलके से पाबंद किया गया।

जिन छह किसानों को नोटिस दिया गया, उनमें भारतीय किसान यूनियन (असली) संभल के जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह यादव के अलावा जयवीर सिंह, ब्रह्मचारी यादव, सतेंद्र यादव, रौदास और वीर सिंह शमिल हैं। इन्होंने यह मुचलका भरने से इनकार कर दिया है। किसान नेता राजपाल यादव ने कहा, 'जनता की बात करना या किसानों की बात करना कोई गुनाह नहीं है, हम कोई गुनाह नहीं कर रहे हैं, अपना हक मांग रहे हैं सरकार से। हम तो अपनी बात कहने जा रहे थे। इसमें शांति भंग कहां से हुई। हम हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं, हम ना जमानत कराएंगे और ना ही नोटिस का कोई जवाब देंगे। प्रशासन या सरकार जो चाहे हम चीज भुगतने के लिए तैयार हैं।'

उन्होंने कहा कि नोटिस भेजे जाने को लेकर संभल के किसानों में रोष है और हम आंदोलन की भी तैयारी कर रहे हैं।

BKU (असली) के डिवीजन अध्यक्ष संजीव गांधी ने कहा कि इन किसानों या उनके परिवार में से किसी सदस्य ने इस बॉन्ड पर दस्तखत नहीं किए हैं। उन्होंने कहा कि 'हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं, कोई अपराध नहीं।'