हाथरस केस / बीजेपी नेता का शर्मनाक बयान - 'धान के खेत में ही क्यों मरी मिलती हैं ऐसी लड़कियां?'

हाथरस मामले में दलित युवती के साथ गैंगरेप के मामले पर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के एक बीजेपी नेता ने बेहद ही शर्मनाक टिप्पणी की है। बीजेपी नेता ने आरोपियों को निर्दोष बताया और कहा कि 'इस तरह की लड़कियां' धान के खेत में ही मरी क्यों मिलती हैं? ये गेहूं के खेत में मरी क्यों मिलती हैं, क्योंकि इनके मरने की जगह यही होती है। इतना ही नहीं बीजेपी नेता ने कहा कि आरोपियों को छोड़ देना चाहिए वे सब निर्दोष है।

जेल में बीती जवानी कौन लौटाएगा?


उन्होंने कहा कि अगर मान लिया जाए कि लड़के जांच में निर्दोष पाए गए तो उनकी जेल में बीती जवानी कौन लौटाएगा? बीजेपी नेता ने कहा अगर लड़के जांच में निर्दोष पाए जाते है तो तो उनके जवानी के जो दिन जेल में बीतेंगे, उनको जो मानसिक प्रताड़ना हो रही है, उनके साथ जो कुछ गुजर रहा होगा निर्दोष युवकों पर जेल के अंदर, ये फिर कौन वापस करेगा? इनकी जवानी कौन वापस करेगा? इनको मुआवजा कौन देगा? उन्होंने कहा, 'मैं योगी जी से एक बार फिर निवेदन करना चाहता हूं कि इनको (पीड़िता के परिवार को) प्रोत्साहन नहीं मिलना चाहिए। प्रोत्साहन राशि नहीं मिलनी चाहिए।'

बीजेपी नेता का यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लोगों ने इसे लेकर बीजेपी नेता पर जमकर हमला बोला है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट करते हुए बीजेपी नेता को आदिम और बीमार मानसिकता का बताया है। शर्मा ने कहा कि वह किसी भी पार्टी का नेता कहलाने के लायक नहीं हैं और मैं उन्हें नोटिस भेजने जा रही हूं। रंजीत श्रीवास्तव नाम के यह नेता बाराबंकी में नगरपालिका परिषद के चेयरमैन बताए जा रहे हैं।

बीजेपी नेता ने क्या कहा?

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बीजेपी नेता ने हाथरस पीड़िता का जिक्र करते हुए कहा, 'लड़की ने लड़के को बाजरे के खेत में बुलाया होगा क्योंकि प्रेम प्रसंग था। ये सब बातें सोशल मीडिया पर हैं और चैनलों पर भी हैं। ये इस तरह की जितनी लड़कियां मरती हैं ये कुछ ही जगहों पर पाई जाती हैं। ये (लड़कियां) गन्ने के खेत में पाई जाती हैं, अरहर के खेत में पाई जाती हैं, मक्के के खेत में पाई जाती हैं, बाजरे के खेत में पाई जाती हैं। ये नाले में पाई जाती हैं, झाड़ियों में पाई जाती हैं। ये जंगल में पाई जाती हैं।'

बीजेपी नेता ने कहा, 'ये (लड़कियां) धान के खेत में ही मरी क्यों मिलती हैं? ये गेहूं के खेत में मरी क्यों नहीं मिलतीं? इनके मरने की जगह वही है और कहीं पे घसीटकर नहीं ले जाई जाती हैं। कोई इनको घसीटकर ले जाता नहीं है। तो आखिर ये घटनाएं इन्हीं जगहों पर क्यों होती हैं? ये पूरे देश स्तर पर जांच का विषय है।'

बीजेपी नेता ने कहा, 'अभी बाराबंकी में एक लड़के ने लड़की के साथ आत्महत्या कर ली। लड़की को कुछ नहीं हुआ। अभी यह लड़की मर गई होती तो पूरा खानदान बंद कर दिया गया होता। कहने का मतलब है कि ये जो चीजें हुई हैं समाज में ये बहुत बड़ा पतन हैं और मैं अपने समाज से ये कहना चाहूंगा कि अब वो दिन न आने दें कि लड़की पैदा होते ही मार दी जाए या सती प्रथा दोबारा लागू कर दिया जाए।'