उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को इस कार्यकाल का तीसरा बजट पेश कर किया। योगी सरकार ने इस बार 4 लाख 70 हज़ार 684 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। यह पिछले साल 2018-19 के बजट से 12 फीसदी ज्यादा है। लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार का यह बजट बेहद अहम माना जा रहा है। बजट में एक तरह से हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। खासकर पर्यटन स्थलों को बेहतर बनाने के लिए अतिरक्त फंड निर्धारित किए गए हैं। योगी सरकार के बजट में गो कल्याण के लिए 500 करोड़ से अधिक का बजट पेश किया गया।
बजट पेश करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि यूपी के बजट में किसान महिला, सबका ख्याल रखा गया। उन्होंने कहा कि इस बजट में हर तबके का ध्यान रखा गया है। हर जिले में समान बिजली वितरण होगी।
सड़क: प्रदेश में अच्छी सड़क के लिए लोकनिर्माण विभाग के बजट में भी 12.6 फीसदी की वृद्धि
सिंचाई के लिए बजट में 11.62 फीसदी की वृद्धि
गो कल्याण के लिए बजट:- राज्य के आवारा पशुओं की देखरेख के लिए 165 करोड़ रुपये
- ग्रामीण इलाकों में गौशाला के रखरखाव और निर्माण के लिए 284 करोड़ रुपये
- शहरी क्षेत्र में कान्हा गौशाला और आवारा पशु शेल्टर योजना में 200 करोड़ रुपये
बजट में किसके लिए कितनी राशि:
- अयोध्या में प्रमुख पर्यटन स्थलों के एकीकृत विकास के लिए 101 करोड़ रुपये
- संस्कृत की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए संस्कृत पाठशालाओं को सहायता प्रदान करने के लिए 242 करोड़ रुपये
- अनुदानित संस्कृत विद्यालय और डिग्री कॉलेजों को अनुदान प्रदान करने के लिए अन्य 30 करोड़ रुपये
- 2019-20 में एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 3194 करोड़ (पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए 1194 करोड़, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे दोनों के लिए 1000- 1000 करोड़)
- सहकारी क्षेत्र की बंद चीनी मिलों के लिए 50 करोड़ रुपये और पीपीपी मोड पर चलाने के लिए 25 करोड़ रुपये
- वाराणसी में गंगा तट से विश्वनाथ मंदिर तक मार्ग के विस्तारीकरण एवं सौन्दर्यीकरण के लिये 207 करोड़ रुपये की व्यवस्था
- काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी में ‘वैदिक विज्ञान केन्द्र' की स्थापना के लिये 16 करोड़ रुपये की व्यवस्था
- मथुरा-वृन्दावन के बीच ऑडिटोरियम के निर्माण के लिये 8 करोड़ 38 लाख रुपये का प्रस्ताव
- सार्वजनिक रामलीला स्थलों में चहारदीवारी निर्माण के लिये पांच करोड़ रुपये
- वृंदावन शोध संस्थान के सुदृढ़ीकरण के लिये एक करोड़ रुपये का प्रावधान
- उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ में अवस्थापना सुविधाओं के लिये 125 करोड़ रुपये की व्यवस्था
- पर्यटन नीति 2018 के क्रियान्वयन के लिये 70 करोड़ रुपये तथा प्रो-पुअर टूरिज्म के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था
- प्रदेश के जनपदों में 100 सैंया युक्त चिकित्सालयों की स्थापना हेतु ₹47 करोड़ 59 की व्यवस्था
- प्रदेश में हवाई पट्टियों के निर्माण व विस्तार तथा सुदृकरण हेतु 1000 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था
- जेवर एयरपोर्ट हेतु भूमि अधिग्रहण के लिए 800 करोड़ रुपए की व्यवस्था
- अयोध्या में एयरपोर्ट हेतु 200 करोड़ रुपये की व्यवस्था
- उत्तर प्रदेश नागर विमानन प्रोत्साहन नीति, 2017 तथा रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत वायु सेवा उपलब्ध कराने हेतु 100 करोड़ की बजट व्यवस्था
- विभिन्न मंडलो जनपदों तथा तहसीलों के भवनों के निर्माण व रख रखाव के लिए 238 करोड़ की व्यवस्था
-आपदा मोचन निधि में 1हज़ार 820 करोड़ की व्यवस्था
- मुख्यमंत्री किसान एवं सर्वहित बीमा हेतु 845 करोड रुपए की व्यवस्था
- बजट में 36 नए पुलिस थानों,ट्रेनिंग, बैरक निर्माण के लिए 700 करोड़
- पुलिस में टाईप ए और बी आवासों के लिए 700 करोड़
- 7 नई पुलिस लाइनों के लिए 400 करोड़
- 57 फायर स्टेशनों पर आवासों के लिए 200 करोड़
- पुलिस आधुनिकीकरण के लिए 204 करोड़ रुपये
- औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन योजना 2003 हेतु 120 करोड़ रुपए की व्यवस्था
- औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन योजना 2012 हेतु 180 करोड़ रुपए की व्यवस्था
- बजट में योगी सरकार ने यूपी की बेटियों को दी कन्या सुमंगला योजना की सौगात
- प्रयागराज में ऋषि भारद्वाज आश्रम एवं श्रृंगवेरपुर धाम, विन्ध्याचल एवं नैमिषारण्य का विकास, बौद्ध परिपथ में सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर, कपिलवस्तु, कौशाम्बी एवं संकिसा का विकास, शाकुम्भरी देवी एवं शुक्रताल का विकास, राजापुर चित्रकूट में तुलसी पीठ का विकास, बहराइच में महाराजा सुहेलदेव स्थल एवं चित्तौरा झील का विकास तथा लखनऊ में बिजली पासी किले का विकास किया जाना प्रस्तावित है।