मायावती ने फिर उठाए ईवीएम पर सवाल, कहा - बैलट पेपर से चुनाव कराए जाने चाहिए

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के रुझानों में बीजेपी (BJP) ने बहुमत हासिल कर लिया है। जनता के जनादेश के बाद अब लगभग तय हो चुका है कि एनडीए सरकार एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है। बीजेपी की जीत के बाद देशभर में समर्थक और उनके कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को देश-विदेशों से भी बधाई संदेश सोशल मीडिया के जरिए मिल रहे है। वही कांग्रेस पार्टी के लोकसभा चुनाव 2019 में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की पूरी जिम्मेदारी ली। साथ ही उन्होंने इस्तीफ को लेकर पूछे गए सवाल का भी जवाब दिया। हालांकि, पार्टी के नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी के इस्तीफा देने की खबरें शरारतपूर्ण और गलत हैं। राहुल ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके इस्तीफे का मुद्दा उनके और कांग्रेस कार्यकारिणी के बीच का है।

राहुल ने कहा, 'मैं (पार्टी के प्रदर्शन के लिए) पूरी जिम्मेदारी स्वीकारता हूं।' संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस्तीफा देंगे? राहुल ने कहा, 'कार्यकारिणी की हमारी एक बैठक होगी। आप इसे मेरे और कार्यकारिणी के बीच छोड़ दें।' कांग्रेस लोकसभा में मुश्किल से 50 सीटों का आंकड़ा पार कर पाई है। राहुल गांधी ने चुनाव के दौरान पार्टी के प्रचार अभियान का नेतृत्व किया था।

वही चुनाव परिणाम आने के बाद एक बार फिर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने ईवीएम को लेकर हमला बोलते हुये कहा कि जनता का विश्वास इससे हट गया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन ने जो सीटें यूपी में जीती हैं वहां इन लोगों ने ईवीएम में गड़बड़ी नहीं कराई ताकि जनता को शक न हो।

उन्होंने कहा, 'ईवीएम से चुनाव कराने की यह कैसी व्यवस्था है जिसमें अनेकों प्रमाण हमारे सामने आये हैं इसलिये पूरे देश में ईवीएम का लगातार विरोध हो रहा है, और आज आये नतीजों के बाद से तो जनता का इस पर से काफी कुछ विश्वास ही खत्म हो जायेगा। जबकि इस मामले में देश की अधिकतर पार्टियों का चुनाव आयोग में यह कहना रहा है कि ईवीएम के बजाये बैलट पेपर से चुनाव करायें। चुनाव आयोग और बीजेपी को इस पर आपत्ति क्यों होती है। न तो चुनाव आयोग तैयार है और न ही बीजेपी मानने को तैयार है तो इसका मतलब कुछ तो गड़बड़ है।'

उन्होंने कहा, ''जब मतपत्र की व्यवस्था नहीं है तो जनता ईवीएम में वोट डालती है लेकिन जनता इससे संतुष्ट नहीं है। आज पूरे देश में जनता यह देख रही है और मुझे नहीं लगता कि जिस तरीके के नतीजे देश में आये हैं वह लोगों के गले से नहीं उतर रहा है। अधिकतर सभी पार्टियां चुनाव आयोग से लगातार कह रही हैं कि वह ईवीएम के बजाये मतपत्र से चुनाव करायें तो फिर चुनाव आयोग और बीजेपी को इस पर आपत्ति क्यों हो रही है। जब कोई गड़बड़ नहीं है, दिल में कोई काला नहीं है तो क्यों नही मतपत्र से चुनाव कराये जा रहे हैं।'

उन्होंने कहा, ''चुनावों मतपत्र से कराये जाने की मांग पर माननीय सुप्रीम कोर्ट को भी गंभीरता से विचार करना चाहिए, ऐसी हमारी माननीय सुप्रीम कोर्ट से भी पुरजोर मांग है।'

उन्होंने कहा कि गठबंधन की पार्टियों बसपा, सपा और रालोद के सभी छोटे बड़े कार्यकर्ताओं ने पूरे तन-मन-धन से मेहनत और लगन से लगातार काम किया है। सभी का आभार प्रकट करती हूं खासकर सपा के प्रमुख अखिलेश यादव, रालोद के अजित सिंह ने अपनी पूरी ईमानदारी से काम किया है।

मायावती ने चुनाव के परिणाम आने के बाद शाम को मीडिया से कहा, 'देश के राजनीतिक इतिहास में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखे हैं समाज के दलित उपेक्षित वर्गों की सत्ता में भागीदारी भी बढ़ी है लेकिन इसे भी अब ईवीएम के माध्यम से सत्ताधारी पार्टी (बीजेपी एंड कंपनी) ने पूरे तौर से हाईजैक कर लिया है।'

अपने गठबंधन के एक रहने का संदेश देते हुये मायावती ने कहा, 'देश में अप्रत्याशित परिणामों के बारे मे आगामी रणनीति बनाने के लिये हमारे गठबंधन बसपा-सपा और रालोद तथा हमारी तरह पीड़ित अन्य पार्टियों के साथ भी मिलकर आगे की रणनीति तय की जायेगी। ऐसा नहीं कि हम चुप बैठ जायेंगे। बीजेपी के पक्ष में आये अप्रत्याशित चुनावी परिणाम पूरी तरह से आम जनता के गले के नीचे से नही उतर पा रहे है।'

राहुल ने गंवाई अमेठी सीट

कांग्रेस की देश में करारी हार का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि राहुल गांधी ने अपनी परंपरागत सीट अमेठी भी गंवा दी। राहुल को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 38 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हराया। स्मृति को 3,11,992 मत मिले, जबकि इस सीट से वर्ष 2004, वर्ष 2009 और वर्ष 2014 में लाखों के अंतर जीतने वाले राहुल को इस बार मात्र 2,73,543 मत मिले। हालांकि, राहुल ने केरल की वायनाड सीट पर 431,770 मतों के रिकॉर्ड अंतर से जीत दर्ज की।

BJP की जीत पर ममता बनर्जी का बड़ा बयान

बीजेपी की जीत पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने विजेताओं को बधाई दी लेकिन यह भी कहा कि सभी हारने वाले पराजित नहीं हैं। हमें समूची समीक्षा करनी है और फिर हम आप सभी के साथ अपने विचार साझा करेंग। मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने दीजिए और वीवीपैट का मिलान पूरा होने दीजिए। बता दें कि पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में टीएमसी को 22 सीटें मिली हैं जबकि 2014 में हज दो सीटों से संतुष्ट होने वाली बीजेपी के खाते में इस बार 18 सीटें गई है।