बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास फिर रॉकेट हमला, अमेरिका ने भारत से की बात

ईरान और अमेरिका के बीच शुरू हुए तनाव को खत्म करने के लिए यूरोपियन यूनियन, भारत समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। लेकिन लगता है इन दोनों के बीच उठा तनाव कम होता नहीं दिख रहा है। ताजा जानकारी के अनुसार बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास के पास एक फिर से दो रॉकेट दागे गए हैं। इस हमले में अबतक किसी नुकसान की खबर नहीं है। बगदाद स्थित ग्रीन जोन में लगातार दूसरे दिन धमाका हुआ। यहां पर अमेरिकी दूतावास के नजदीक दो रॉकेट आकर गिरे। इस हमले में अबतक किसी के घायल होने की खबर नहीं है। शनिवार रात को भी अमेरिकी दूतावास के पास रॉकेट से हमला किया गया था। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक ग्रीन जोन के बाहर एक तीसरा रॉकेट भी आकर गिरा, जिसका शिकार एक परिवार हुआ, इस घटना में 4 लोग घायल हो गए। ग्रीन जोन के आस-पास जमीनी और हवाई सुरक्षा उच्चतम स्तर पर है।

वही इस बीच ईरान ने कहा है कि वह अब यूरेनियम का संवर्धन बिना किसी रोकटोक के करेगा। ईरान के सरकारी टीवी चैनल ने कहा कि उनका देश अब परमाणु कार्यक्रम पर लगाई गई किसी सीमा को नहीं मानेगा। चाहे वह यूरेनियम का संवर्धन हो या फिर उसकी क्षमता हो। यही नहीं ईरान यूरेनियम के संवर्धन के स्‍तर या परमाणु शोध और विकास कार्यक्रमों पर अब कोई रोक स्‍वीकार नहीं करेगा। बता दें कि यूरेनियम से बिजली के साथ परमाणु बम भी बनाया जा सकता है। माना जा रहा है कि इस ऐलान के साथ ईरान ने यह संकेत दे दिया है कि वह परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाएगा।

ईरान ने कहा कि अगर उस पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाया जाता है तो वह समझौते की शर्तो को दोबारा मान लेगा। बता दें कि ईरान के अपने परमाणु कार्यक्रम सीमित करने के बदले में 2015 के इस समझौते के तहत उस पर लगे प्रतिबंधों को हटा लिया गया था। हालांकि अमेरिका के इस सौदे से हटने के बाद उसने ईरान पर अशक्त करने वाले प्रतिबंध फिर से लगा दिए थे जिससे गंभीर आर्थिक संकट पैदा हो गया है।

अमेरिका ने की भारत से बात

इस बीच अमेरिका भी दुनिया भर में अपनी ओर से मोर्चेबंदी में जुटा है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी से जुड़े फैसले के बारे में भारत को अवगत कराया। इसके अलावा दोनों देशों के बीच पश्चिम एशिया में पैदा हुए तनाव पर भी चर्चा हुई।

भारत की चिंता बढ़ी

ईरान और अमेरिका के बीच पैदा हुए तनाव ने भारत की चिंता बढ़ा दी है। दोनों ही देश भारत के अहम रणनीतिक और व्यापारिक साझेदार हैं। भारत ने दोनों देशों से तनाव दूर करने की अपील की है। हालांकि माइक पोम्पियो के ट्वीट की भाषा ईरान को लेकर आक्रामक और भड़काऊ दिखती है। विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात करने के बाद उन्होंने ट्वीट किया, डॉ एस जयशंकर और मैंने अभी-अभी बात की है, हमने ईरान द्वारा लगातार दी जा रही धमकियों और उसके उकसावे वाली कार्रवाई पर चर्चा की है। ट्रंप प्रशासन अमेरिकी लोगों, हमारे दोस्तों और सहयोगियों की रक्षा के लिए जरा भी नहीं हिचकेगा।

वहीं माइक पोम्पियो से बात करने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत ने अमेरिका के सामने अपने हितों और चिंताओं को रखा है। उन्होंने ट्वीट किया, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से खाड़ी क्षेत्र में पैदा हुए हालात के बारे में चर्चा की। हमनें भारत की चिंताओं और भारत के हित के बारे में उन्हें बताया।

बता दे, सुलेमानी की हत्‍या के बाद इराक में अमेरिकी दूतावास पर हमले का दौर जारी है। रविवार देर रात को एक बार फिर से ईरान समर्थन मिलिशिया ने अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट और मोर्टार से हमला किया है। इस हमले में अभी किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।