UP News: अलीगढ़ में शराबी पिता ने बेटी पर दागी 3 गोलियां, हुई मौत; पढ़े पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में मंगलवार शाम शराबी पिता ने 19 साल की बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी। पूरा मामला मडराक थाना क्षेत्र के आबूपुर गांव का है। जहां, आरोपी पिता अपनी पत्नी से किसी बात को लेकर झगड़ा कर रहा था। इस दौरान उसने पत्नी पर हाथ भी उठाया। जब बेटी बीच बचाव में आई तो पहले पिता ने उसके साथ मारपीट की फिर फिर उस पर तीन राउंड फायर कर दिया। आरोपी का नाम शैलेंद्र सिंह जादौन है। शैलेंद्र खेतीबाड़ी करके अपना घर चलाता है। वे पत्नी अर्चना और 19 साल की बेटी शिवानी व बेटा देवांश के साथ रहता है।

गोलियों की आवाज सुनकर आस पास के लोग इकट्ठा हो गए। लेकिन तब तक आरोपी शैलेंद्र सिंह फरार हो चुका था। सूचना पर सीओ इगलास राघवेंद्र सिंह पुलिस टीम के साथ पहुंचे। सीओ ने बताया कि मामा ललित के तहरीर पर शैलेंद्र व उसके सहयोगी राजकुमार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।पुलिस के मुताबिक, शैलेंद्र शराब पीने का आदी है। शराब के नशे में वह आए दिन घर पर झगड़ा करता है।

बेटी की मौत के बाद से मां अर्चना की हालत बेसुध है। वह कुछ भी बोल नहीं पा रही है। उसने रोते हुए बस इतना बताया, 'शाम लगभग 7 बजे की बात है। शैलेंद्र शराब पीकर घर आए। मैं हर बार शराब पीने का विरोध करती थी तो कल भी किया। इसी बात को लेकर झगड़ा करने लगे। इसके बाद मारपीट होने लगी। यह बात बेटी शिवानी को पसंद नहीं आई। उसने पिता का विरोध किया तो उसे लोहे की रॉड से पीटा। वो इतने गुस्से में थे कि अपने दोस्त के पास गए और पिस्टल लेकर आए।'

गुस्से में चला दी गोली

पिता इतना गुस्से में था कि बेटी पर गोली चला दी। पहली गोली शिवानी के कंधे में लगी और दूसरी गोली उसके छाती में लगी। इतने में शिवानी तेजी से घर के बाहर दौड़ पड़ी। पिता का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ तो उसने तीसरा राउंड फायर किया। इतने में शिवानी घर के दरवाजे पर ही लहुलूहान अवस्था में गिर पड़ी। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हुए। तब तक आरोपी पिता वहां से भाग गया। ग्रामीणों ने देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर सीओ इगलास राघवेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ पहुंच गए। घटनास्थल का जायजा लिया। तब तक शिवानी के मामा ललित भी पहुंचे। उन्होंने बताया, 'घर पर आए तो देखा कि भांजी शिवानी घर के दरवाजे पर खून से लथपथ पड़ी है। घर में जाकर देखा तो बहन अर्चना भी बरामदे में पड़ी थी।'