लेबनान और इजरायल बॉर्डर पर यूनाइटेड नेशन पीसमेकिंग फोर्स को तैनात, कई भारतीय सैनिक भी शामिल

नई दिल्ली। इजरायल और गाजा स्थित आतंकी संगठन हमास के बीच भीषण जंग जारी है। सात अक्टूबर को इजरायल में अचानक घुसकर किए गए हमलों में कई इजरायली लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद इजरायल गाजा में भारी बमबारी करके बदला ले रहा है। इस बीच, लेबनान ने भी इजरायल पर कई रॉकेट दाग दिए और फिर इजरायली सेना ने पलटवार करते हुए भारी गालीबारी की है। ऐसे में लेबनान और इजरायल बॉर्डर पर यूनाइटेड नेशन पीसमेकिंग फोर्स को तैनात किया गया है, जिसमें कई भारतीय सैनिक भी शामिल हैं। ऐसे में अब आतंकियों की खैर नहीं है।

'इंडिया टुडे' के अनुसार, भारतीय सैनिकों की इजरायल और लेबनान की सीमा पर तैनाती है। हालांकि, उन्होंने प्रोटोकॉल की वजह से इस मामले में कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। यह तैनाती संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में योगदान देकर अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की भारत की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। इजरायल और फिलिस्तीनी समूह हमास के बीच युद्ध के बीच इजरायल को लेबनान के हिजबुल्लाह से भी खतरा है।

हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह ने रविवार सुबह लेबनान सीमा पर एक इजरायली शहर और सैन्य ठिकानों पर कम से कम पांच एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलें दागीं, जिसमें कम-से-कम एक नागरिक की मौत हो गई। उत्तरी शहर नाहरिया और आसपास के शहरों में भी नौ रॉकेट दागे गए, जिससे कोई क्षति या चोट नहीं आई। बाद में हमास ने रॉकेट हमलों की जिम्मेदारी ली। एंटी-टैंक मिसाइल हमले, जिसका दावा लेबनानी आतंकवादी समूह ने किया था, उत्तरी सीमा पर झड़पों की सीरीज में सबसे ताजा थे। इसके बाद लड़ाई में दूसरा मोर्चा खुलने की भी आशंका होने लगी है।

इजरायल रक्षा बलों ने कहा कि उसने मिसाइल और रॉकेट के स्रोतों पर तोपखाने से गोलाबारी की और हिजबुल्लाह से संबंधित साइटों पर हमले किए। आईडीएफ ने यह भी घोषणा की कि वह लेबनान सीमा से चार किलोमीटर तक के क्षेत्र को प्रतिबंधित कर रहा है, और नागरिकों को प्रवेश न करने का आदेश दे रहा है। रविवार शाम को उत्तरी शहर किर्यत शमोना के पास सीमा पर गोलीबारी की सूचना मिली थी। हिजबुल्लाह ने कई इजरायली सैन्य चौकियों पर हमले की जिम्मेदारी ली है।