UN ने पास किया गाजा में युद्ध विराम का प्रस्ताव, 153 देशों ने दिया समर्थन, भारत भी रहा शामिल

नई दिल्ली। इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच 7 अक्टूबर को शुरू हुए युद्ध की वजह से गाजा के साथ ही आसपास के इलाकों में भी तबाही मची हुई है। 24 नवंबर से युद्ध पर पहले 4 दिन के लिए, फिर 2 दिन और फिर 1 दिन यानी कि एक हफ्ते का विराम जरूर लगा पर उसके खत्म होने के बाद उसे आगे नहीं बढ़ाया जा सका। युद्ध शुरू होने के बाद इजरायली सेना ने फिर से तेजी से हमले शुरू कर दिए। इजरायली हमलों में अब तक 18 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है और इस युद्ध का सबसे ज्यादा असर गाजा पर ही पड़ रहा है। बढ़ती तबाही के चलते दुनियाभर के कई देश इस युद्ध पर विराम लगाने की मांग उठा रहे हैं। ऐसे में यूनाइटेड नेशन्स की जनरल असेंबली UNGA में इस बारे में प्रस्ताव पेश किया गया, जिसे पास कर दिया गया है।

153 देशों ने किया समर्थन, 10 ने किया विरोध


गाजा में युद्ध विराम के प्रस्ताव पर 153 सदस्य देशों ने समर्थन दिया। वहीं 10 देशों ने इसका विरोध भी किया। 23 देश अनुपस्थित रहे। ऐसे में ज्यादा समर्थन मिलने से यह प्रस्ताव पास हो गया।

क्या रहा भारत का पक्ष?

भारत ने भी गाजा में युद्ध विराम के समर्थन में वोट दिया। हालांकि भारत ने 7 अक्टूबर को हमास की तरफ से इज़रायल पर किए गए हमले को आतंकी हमला भी करार दिया।

प्रस्ताव में उठाई यह माँग

यूएन की जनरल असेंबली में पास किए गए प्रस्ताव में गाजा में तत्काल रूप से मानवीय युद्ध विराम की मांग उठाई गई और साथ ही सीजफायर के सही ढंग से पालन की भी मांग की गई। नागरिकों की सुरक्षा को अहम बताया गया और सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई के साथ ही मानवीय सहायता को भी अहमियत देने और बिना किसी विरोध के पहुंचाने की मांग रखी गई।