उदयपुर : कोरोना होने के चौथे ही दिन गई 11वीं के छात्र की जान, चिकित्सा विभाग ने छिपाई जानकारी

कोरोना का कहर कम जरूर हुआ हैं लेकिन खत्म नहीं हुआ हैं। इसका एक डरावना मामला सामने आया उदयपुर में जहां कोरोना होने के चौथे ही दिन 11वीं के छात्र की जान चली गई जिससे इलाके में कोलाहल मच गया और इस मामले को छिपाने में चिकित्सा विभाग ने जानकारी छिपाई हैं। किशोर ने रविवार देर शाम को ही इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, लेकिन सीएमएचओ सहित चिकित्सा विभाग के आला जिम्मेदार अधिकारी 24 घंटे बाद भी मामले को दबाते रहे। मृतक मावली के देवाली गांव का रहने वाला था। चिकित्सा विभाग ने किशोर की मौत के बाद परिजनों सहित मृतक के संपर्क में आए 18 लोगों के कोविड टेस्ट के लिए सेंपल भी लिए हैं। हालांकि मृतक को कोरोना से पहले स्क्रब टायफस होने की भी बात सामने आई है।

जानकारी के अनुसार मावली तहसील के देवाली गांव निवासी 16 वर्षीय किशोर को निमोनिया की शिकायत होने पर 22 जुलाई को कोविड टेस्ट करवाया गया। टेस्ट रिपोर्ट के पॉजिटिव आने पर बालक का पहले तो घर ही इलाज चला। सांस लेने में ज्यादा दिक्कत होने पर उसे एमबी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। कोविड संक्रमण से जूझ रहे किशोर ने आईसीयू में इलाज के दौरान 25 जुलाई को देर रात दम तोड़ दिया। आनन-फानन में चिकित्सा विभाग ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत शव को पैक कर परिजनों को सौंपकर गांव में अंतिम संस्कार भी करवा दिया।

किशोर की मौत के 24 घंटे बाद भी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी जानकारी छिपाते रहे। यही नहीं, जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा को भी देर रात तक इस मामले की कोई जानकारी नहीं थी। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पहले से विशेष सतर्कता बरत रही है। स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन को फुल-अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन उदयपुर का स्वास्थ्य महकमा अब तक शायद गंभीर नहीं है।