जयपुर : चरमराने वाली हैं सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं, चुनावों में लगा दी लैब टैक्नीशियन्स की ड्यूटी

कोरोना के इस दौर में जहां अस्पतालों की व्यवस्था मजबूत करने की जरूरत हैं वहीँ प्रदेश में लैब टैक्नीशियन्स की ड्यूटी 26 अगस्त से 6 जिलों में होने वाले पंचायत चुनाव में लगा दी गई हैं जिससे अस्पतालों में अगले कुछ दिनों तक जांचे और ब्लड बैंक की सेवाएं प्रभावित हो सकती है। 3 चरण में होने वाले इन चुनावों में इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने जयपुर के प्रमुख सरकारी हॉस्पिटलों में जांच और ब्लड बैंकों में नियुक्त करीब 200 से ज्यादा लैब टेक्नीशियनों की ड्यूटी लगा दी है। चिकित्सा विभाग के सचिव सिद्धार्थ महाजन ने भी पिछले दिनों राज्य निर्वाचन आयोग को एक पत्र लिखकर चिकित्सा विभाग में जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को चुनाव डयूटी से मुक्त रखने की मांग की है, ताकि कोरोना महामारी काल और मौसमी बीमारियों में हॉस्पिटल आ रही जनता को किसी तरह की परेशान न हो।

जयपुर के सांगानेरी गेट महिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक में लगे 8 में से 6 कर्मचारियों की ड्यूटी चुनावों में लगा दी। इसी तरह सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS) के न्यूरोलॉजी सेक्शन (बांगड़) में बनी लैब जिसमें जीवीएस जैसी महत्वपूर्ण जांचे होती हैं। उस जांच को करने वाले 6 कर्मचारियों और इन सभी की ड्यूटी चुनावों में लगा दी है। ये कर्मचारी राउंड दि क्लॉक 24 घंटे लैब में जांच करने का काम करते हैं। इसी तरह जेके लोन हॉस्पिटल में भी न्यूरॉलोजी संबंधि जांच करवाने टैक्नीशियनों की डयूटी चुनाव में लगने के कारण यहां भी कई तरह की जांचों का काम प्रभावित हो सकता है।

जानकारी के मुताबिक जयपुर शहर में प्रमुख सरकारी हॉस्पिटलों और डिस्पेंसरी में करीब 450 से ज्यादा लैब टैक्नीशियन है, जिनमें से 50 फीसदी स्टाफ की डयूटी चुनावों में लगा दी। ऐसे में सवाई मानसिंह अस्पताल, जेके लोन, जनाना चिकित्सालय चांदपोल, महिला चिकित्सालय सांगानेरी गेट समेत कई हॉस्पिटलों की लैब में जांच करने और ब्लड बैंकों में काम प्रभावित हो सकता है। मौसम बीमारी बढ़ने के बाद से हॉस्पिटलों में वैसे ही सामान्य से 200 फीसदी ज्यादा मरीज इन दिनों आ रहे है।