5 सितम्बर का दिन शिक्षक दिवस के तौर पर पूरे भारत में मनाया जाता हैं। भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान से बढ़कर माना जाता हैं इसलिए भारत में इस दिन को त्योंहार के रूप में मनाया जाता हैं। इस दिन सभी अपने गुरु के सम्मान के तौर पर उन्हें भेंट देते हैं। लेकिन क्या आप अपने जीवन के सच्चे गुरु को जानते हैं। क्योंकि गुरु केवल वही नहीं होता, जिसने आपको शिक्षा प्राप्त करवाई हैं। बल्कि जीवन में मार्गदर्शन करने वाला भी आपका गुरु होता हैं। आज इस शिक्षक दिवस के ख़ास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं आपके जीवन में आने वाले सभी गुरुओं के बारे में। तो आइये जानते हैं।
* ऐसा व्यक्ति जिसने आपको नौकरी दिलाने में मदद की हो, वो आपका सबसे बड़ा गुरु होता है। फिर चाहे वो दफ्तर में ही क्यों न हों। हमेशा उनसे सलाह लेनी चाहिए।
* ज्ञान देने वाला शिक्षक को भी गुरु के बराबर हमेशा सम्मान करना चाहिए। क्योंकि शिक्षक ही हमें कई विषयो के बारे में हमे शिक्षित करता है।
* जो हमे ज्ञान देता है उसका आदर करना धर्म माना जाता है। यही नहीं उनकी सेवा करने का भी कोई मौका नहीं छोड़ना चाहिए।
* ज्ञान देने वाले गुरु का पुत्र भी अगर किसी न किसी रूप में आपको कोई सीख दे रहा है तो उसे ग्रहण करके उसका भी उतना ही आदर करें, जितना आप अपने गुरु का करते हैं।
* जो व्यक्ति धर्म के कार्यो में हमेशा लगा रहता है उसे भी गुरु के बराबर का दर्जा देने चाहिए। अगर धर्मात्मा व्यक्ति कभी कोई सलाह दे तो उसे भी गुरु के समान समझकर उसका पालन करना चाहिए।
* परोपकार करने वाला निस्वार्थ भाव से अपना काम करता है, ये बिना अपने मतलब से सलाह देते हैं और सही रास्ता दिखाते हैं। इसीलिए ऐसे व्यक्ति को हमेशा गुरु मानना चाहिए।