इराक के मोसुल में 39 भारतीयों की हत्या मामले पर बयान देने के दौरान लोकसभा में शोर-शराबे को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लिया है। सुषमा स्वराज ने कहा, 'मैं बेहद आहत हूं कि मैं 39 लोगों की मौत की खबर बताने आई थीं, लेकिन शोर शराबे के चलते मैं लोकसभा में इसपर कुछ बोल नहीं सकी। मुझे सबसे ज्यादा दुख इस बात का है कि इस शोर शराबे का नेतृत्व कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया कर रहे थे। मैं पूछना चाहती हूं कि क्या कांग्रेस की संवेदना मर चुकी है।'
सुषमा ने इराक में मारे गए भारतीयों के संबंध में उनके बयान को लोकसभा में कांग्रेस द्वारा बाधित किए जाने को घटिया राजनीति करार दिया। कहा कि 39 भारतीयों के मारे जाने की घोषणा सबूत मिलने के बाद ही की गई है। सुषमा स्वराज ने इस मौके पर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि क्या मौत पर भी राजनीति करेगी कांग्रेस। कांग्रेस का व्यवहार ओछी राजनीति जैसा है। उम्मीद थी लोकसभी में बात रख पाऊंगी। लेकिन सिंधिया को हंगामे का बीड़ा दिया गया था। राज्यसभा ने शांति से मेरी बात सुनी, उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि क्या मौत पर भी राजनीति करेंगे। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि बताए ऐसा क्यों किया।
सुषमा स्वराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मृतकों के परिजनों को इस बात की खबर देरी से बताने पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा, शवों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल भेजे गए, जितनी कोशिश की जा सकती थी, हमने की। कहा गया था डीएनए सैंपल भिजवाइए। एक टीले के बारे में जानकारी मिली, हमने टीले की जांच के लिए कहा, जांच में पता चला कि टीले के नीचे 39 शव हैं। बगदाद में पार्थिव शरीर लाए गए और डीएनए सैंपल की मैचिंग की गई। एक-एक शव की पहचान के बाद ही ऐलान किया गया।
सुषमा स्वराज ने बताया कि उन्होंने परिजनों से पहले संसद में इस बात का जिक्र इसलिए किया क्योंकि मैंने लोकसभा में ही कहा था कि अगर मुझे इस बात का जानकारी मिलेगी और अगर उस वक्त संसद की कार्यवाही चल रही होगी तो मैं यहीं आकर इसकी सूचना दूंगी। अगर संसद नहीं चल रहा होता तो मैं इस बात की जानकारी ट्विटर पर देती।
उन्होंने कहा कि मैंने जो बात आज संसद को बताई है वह मुझे आज ही इराक के संगठन से मिली है। मैंने 2014 और 2017 में लोकसभा में कहा था कि जब तक मैं 39 भारतीयों की मौत को लेकर आश्वस्त हो नहीं जाती तब तक देश के सामने कुछ नहीं कहूंगी। मैं हमेशा अपने स्टैंड पर कायम रहूंगी।
मालूम हो कि मोसुल से सरकार ने 39 शवों को बरामद किया है, जिसमें से 38 शवों का डीएनए टेस्ट से पुष्टि हो चुकी है। उन्होंने बताया कि जिन शवों की शिनाख्त हुए हैं उनमे से 27 पंजाब, 4 हिमाचल प्रदेश, 6 बिहार और 2 पश्चिम बंगाल से हैं। हालांकि बिहार के एक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है। बिहार के राजू यादव के शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
सुषमा स्वराज ने बताया कि प्लेन से शवों को चंडीगढ़ लाया जाएगा। इसके बाद इस प्लेन को हिमाचल फिर इसे पटना ले जाया जाएगा। आखिर में यही प्लेन पश्चिम बंगाल जाएगा और परिजनों को शव सौंपा जाएगा। मैं मृतकों के परिजनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैंने आपसे कभी सच्चाई नहीं छुपाया। मैंने जब सबूत एकत्र कर लिए तो आपके सामने आया हूं। शव से बेहतर सबूत कुछ नहीं हो सकते हैं।