नीतीश कैबिनेट में शामिल हुए 8 नए चेहर, BJP से एक भी नहीं, सुशील मोदी ने कहा - हमने दिया था ऑफर

बिहार में नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया है। राष्ट्रीय जनता दल से नाता तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल में आठ नए चेहरों को शामिल किया। हालांकि, मंत्रिमंडल में बीजेपी से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया गया है। जिसके बाद बिहार की सियासत में जेडीयू-बीजेपी के बीच खटास की खबर को बल मिल गया। हालांकि, मंत्रिमंडल में बीजेपी के नेताओं को जगह नहीं मिलने पर सुशील मोदी ने बयान दिया है।

सुशील मोदी ने ट्विट कर बताया कि, सीएम नीतीश कुमार ने बिहार कैबिनेट में सद्स्यों को भरने के लिए बीजेपी से नाम मांगे थे। उन्होंने मंत्री पद भरने का ऑफर दिया था। लेकिन हमलोगों ने अपने कोटे के मंत्री पद खाली रखने का फैसला किया है। आनेवाले दिनों में बीजेपी अपने कोटे के पद भरेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी और जेडीयू एकजुट है।

राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन ने जद (यू) कोटे से आठ मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें पांच विधायक और तीन विधान परिषद के सदस्य हैं। शपथ पाने वाले नए मंत्रियों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के विधायक या विधानपार्षद शामिल नहीं हैं।

इन चेहरों को मिली कैबिनेट में जगह


नीतीश कैबिनेट में जिन चेहरों को जगह दी गई है वे सभी जदयू के हैं। इनमें तीन विधान पार्षद और पांच विधायक हैं। विधान पार्षदों में डॉ. अशोक चौधरी, संजय झा और नीरज कुमार हैं, जबकि विधायकों में फुलवारीशरीफ विधायक श्याम रजक, आलमनगर के विधायक नरेन्द्र नारायण यादव, रुपौली की बीमा भारती, हथुआ के रामसेवक सिंह, लोकहा विधायक लक्षमेश्वर राय शामिल हैं। इनमें संजय झा, नीरज कुमार, लक्ष्मेश्वर राय और रामसेवक सिंह पहली बार मंत्री बने हैं, जबकि चार लोग डॉ अशोक चौधरी, नरेन्द्र नारायण यादव, बीमा भारती और श्याम रजक नीतीश सरकार में पहले भी मंत्री रह चुके हैं।

मंत्रिमंडल में रविवार को शामिल अशोक चौधरी, संजय झा और नीरज कुमार जहां विधान पार्षद हैं, वहीं शेष विधानसभा के सदस्य हैं।

इस लोकसभा चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के तीन सदस्यों के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार तय माना जा रहा था।

कैबिनेट विस्तार पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मंत्रिमंडल में जेडीयू कोटे से रिक्तियां थीं, इसलिए जेडीयू नेताओं को शामिल किया गया, बीजेपी के साथ कोई इश्यू नहीं है, सब कुछ ठीक है। नीतीश ने सामाजिक समीकरण खास कर पिछड़े वर्ग को ध्यान में रखते हुए नए मंत्रियों चयन किया है। 11:30 बजे से पटना के राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन ने सभी आठ मंत्रियों को शपथ दिलाई। इनमें से कई नाम परिचित हैं, तो कई नए भी हैं।

भविष्य में BJP सरकार में शामिल नहीं होगी JDU

जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि बीजेपी हमें एक मंत्री पद दे रही थी जो हमें मंजूर नहीं था। त्यागी ने कहा कि बिहार में चुनाव से पहले बीजेपी के साथ अब कोई समझौता नहीं होगा और न ही हमारी पार्टी मोदी सरकार में शामिल होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड और 35ए को लेकर हमारा रुख साफ है। समाज में पहले से काफी मतभेद हैं, इसलिए हम इसे और बढ़ाना नहीं चाहते।