WHO जल्द बदलेगा मंकीपॉक्स का नाम, बताई ये वजह

मई में पहली बार मंकीपॉक्स के मामले सामने आने के बाद से ये खतरनाक वायरस अमेरिका, कनाडा, मेक्सिको, भारत, आस्ट्रेलिया, यूरोप, यूके और ब्राजील जैसे 39 देशों तक मंकीपाक्स फैल चुका है। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने कहा कि उसने इंग्लैंड में 52 अतिरिक्त मंकीपॉक्स मामलों का पता लगाया, एक स्कॉटलैंड में और एक वेल्स में, ब्रिटेन में मंगलवार तक मामलों की कुल पुष्टि की संख्या 524 हो गई। आपको बता दे, पूरी दुनिया में 1,900 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे समय में जब मंकीपॉक्स के कारण पूरी दुनिया में चिंता बढ़ती जा रही है। इस वायरस के लिए जल्द ही एक नए नाम की उम्मीद की जा सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि वह मंकीपॉक्स का नाम बदलने के लिए दुनिया भर के विशेषज्ञों के साथ सलाह-मशविरा कर रहा है। मंकीपॉक्स का प्रकोप ऐसे समय में फैल रहा है जब दुनिया को अभी तक कोरोना वायरस से पूरी तरह उबर नहीं पाया है।

WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयिसस ने मंगलवार को कहा कि संगठन 'मंकीपॉक्स वायरस का नाम बदलने पर दुनिया भर के भागीदारों और विशेषज्ञों के साथ काम कर रहा है।' उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ जल्द से जल्द नए नामों के बारे में घोषणा करेगा।

मंकीपॉक्स का नाम बदलने की जरूरत इसलिए महसूस की जा रही है क्योंकि मई से पहले तक ये वायरस काफी हद तक अफ्रीकी देशों तक ही सीमित था। ये एक बड़ा कारण है कि अब तक मंकीपॉक्स को भेदभाव से जोड़कर देखा गया है। अब मंकीपॉक्स यूरोप और अमेरिका के कुछ हिस्सों में फैल गया है।

द हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक डब्ल्यूएचओ अभी भी यह समझने की कोशिश कर रहा है कि इसका प्रकोप कैसे हुआ। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा है कि डब्ल्यूएचओ दुनिया भर के विशेषज्ञों के साथ मंकीपॉक्स वायरस के नाम और इससे होने वाली बीमारी के नाम को बदलने पर काम कर रहा है। नए नामों के बारे में जल्द ही घोषणा की जाएगी।