उत्तर प्रदेश : डिलीवरी से पहले पकड़ा गया 50 लाख का गांजा, ली गई चावल के बोरों की मदद

वर्तमान समय में बढ़ता नशे का व्यापार प्रशासन के लिए चिंता बन गया हैं और पुलिस का रुख इसको लेकर सख्त हो गया हैं। नशे का व्यापार करने के लिए अपराधी कई तरीके आजमाते हैं। बीते दिन सिकंदरा के जेसीबी चौराहे पर एसटीएफ और थाना पुलिस द्वारा एक ट्रक पकड़ा गया जिसमें चावल के बोरों के बीच उड़ीसा से गांजा लाया जा रहा हैं। पुलिस के मुताबिक 12 बोरों में मिला गांजा तकरीबन 501.60 किलोग्राम है। जिसकी कीमत 50 लाख रूपये आंकी जा रही हैं। यह गांजा मथुरा में डिलीवर किया जाना था।

थाना सिकंदरा के एसआई कुलदीप मलिक ने बताया कि पुलिस और एसटीएफ को सूचना मिली थी कि ट्रक में गांजा ले जाया जा रहा है। इस पर रविवार शाम तकरीबन 4:15 बजे सिकंदरा के जेसीबी चौराहे पर बैरियर लगा दिए गए। ट्रक में चावल के सौ बोरे भरे हुए थे। चावल के बोरों के बीच में कुछ बोरों को निकाला गया, जिसमें अलग से बोरे दिखाई दिए। इस पर उन्हें चेक किया तो गांजा बरामद हो गया।

ट्रक चालक अलीगढ़ के थाना जवां स्थित सिकंदरपुर कोटा निवासी परवेश कुमार को पकड़ा गया है। एक बोरे में तकरीबन 41.8 किलोग्राम गांजा है। इसकी डिलीवरी मथुरा में होनी थी। एसटीएफ के इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने चालक परवेश के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि एक किलोग्राम गांजा की कीमत तकरीबन दस हजार रुपये है।

उड़ीसा के अड़वा का राधा नामक व्यक्ति गांजा भेजता है। इसके लिए मथुरा के हनुमान नामक व्यक्ति ने बुकिंग की थी। उसने राधा से फोन पर बात की थी। इसके बाद परवेश से भी संपर्क में था। उसने ट्रक चालक को मथुरा के रेलवे स्टेशन के बाहर बुलाया था।

राधा के खाते में रकम ऑॅनलाइन ट्रांसफर करा दी गई थी। वह चालक को डिलीवरी करने पर यहां तक लाने के लिए रकम देता। राधा ने उसे भरा हुआ ट्रक दिया था। चावल भी मथुरा में एक पार्टी को देने थे। आरोपी ट्रक चालक ने पुलिस को बताया कि वह छह हजार रुपये महीने की नौकरी करता है।