श्रद्धा मर्डर केस : आफताब पूनावाला ने कहां फेंके थे हथियार, पूछताछ में किया खुलासा!

दिल्ली पुलिस को श्रद्धा वालकर हत्या मामले के आरोपी आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट करने के लिये अदालत से इजाजत मिल गई है। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कोर्ट से आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की इजाजत मांगी थी। बताया जा रहा है कि आफताब ने भी अपनी सहमति दे दी है। एफएसएल में ही सहायक निदेशक पुनीत पुरी ने के मुताबिक, आफताब का आज पॉलीग्राफटेस्ट किया जाएगा। इसके बाद चिकित्सा जांच की जाएगी और इसके बाद ही नार्को परीक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 10 दिनों के भीतर नार्को किया जाएगा।

उधर, आफताब ने पूछताछ में वह जगह बता दी है, जहां उसने श्रद्धा की हत्या में इस्तेमाल हथियार फेंके थे। पूछताछ में आफताब ने बताया कि उसने श्रद्धा मर्डर में इस्तमाल आरी और ब्लेड को गुरुग्राम की DLF फेज 3 की झाड़ियो में फेंका है। वहीं, चापड़ उसने महरौली के 100 फीट रोड स्थित कूड़ेदान में फेंक दिया था।

दिल्ली पुलिस की टीम 2 बार गुरुग्राम में उन झाड़ियो की जांच कर चुकी है। 18 नवंबर को यहां जांच के बाद दिल्ली पुलिस की टीम गुरुग्राम की झाड़ियो से कुछ सबूत लेकर निकली थी, जिसे CFSL जांच के लिए भेजा गया है। इसके बाद 19 नवंबर की जांच में दिल्ली पुलिस मेटल डिटेक्टर के साथ गुरुग्राम गई थी, लेकिन उस दिन दिल्ली पुलिस खाली हाथ ही वापस लौटी।

मैदानगढ़ी का तालाब खाली कराना बंद किया


अभी तक पुलिस को हत्या में इस्तेमाल हथियार, श्रद्धा के शव के बाकी टुकड़े जैसे अहम सबूत हाथ नहीं लगे हैं। दिल्ली के कई इलाकों में सर्च अभियान जारी है। मैदानगढ़ी का तालाब भी खाली कराया जा रहा है। हालांकि, पुलिस को सोमवार को तालाब खाली कराना बंद करना पड़ा। दरअसल, इसमें सीवर का पानी गिर रहा है। पुलिस ने रविवार को 1 लाख लीटर पानी खाली कराया था। लेकिन सीवर से पानी आने के चलते तालाब फिर से उतना ही भर गया। ऐसे में पुलिस गोताखोरों की मदद लेने पर विचार कर रही है। हालांकि, यह भी उतना आसान नहीं है, क्योंकि तालाब में काफी मलबा भी है।

बता दे, श्रद्धा की हत्या करने के बाद आरोपी आफताब पूनावाला ने उसके शरीर के 35 टुकड़े किए थे और उसके शव के एक-एक हिस्से को अलग अलग जगहों पर फेंकने में जुटा था। आफताब ने बताया था कि उसने श्रद्धा का सिर मैदानगढ़ी के तालाब में फेंका था। उसके बाद से पुलिस नगर निगम के कर्मचारियों के साथ मिलकर तालाब खाली करा रही थी।