
पटना। बिहार की राजधानी पटना में एक खौफनाक आपराधिक घटना सामने आई है, जिसमें पुणे के रहने वाले एक व्यवसायी लक्ष्मण साधु शिंदे का अपहरण कर हत्या कर दी गई। शिंदे 11 अप्रैल को पटना एयरपोर्ट पहुंचे थे, लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद वह एक संगठित अपराध का शिकार हो गए। पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है, जबकि चार अन्य से पूछताछ जारी है।
घटना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने पीड़ित के परिवार से फिरौती की मांग की थी और लगभग 90,000 रुपये वसूल भी लिए, लेकिन जब पूरी रकम नहीं मिली, तो उन्हें बेरहमी से मारकर शव को जहानाबाद जिले के घोसी इलाके में फेंक दिया गया।
अपहरण के तुरंत बाद की गई कार्रवाईपटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अवकाश कुमार ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया, “हमें पीड़ित के परिजनों से शिकायत मिली कि उनके संपर्क में रहने वाले व्यवसायी से पटना एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद से संपर्क नहीं हो पा रहा था। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर अपहरण का मामला दर्ज किया गया और एक विशेष टीम बनाई गई।”
पुलिस ने वैशाली जिले से उस वाहन को जब्त किया जिसमें शिंदे का अपहरण किया गया था और वाहन मालिक को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी विपात्रा कुमार ने अन्य साथियों के नाम उजागर किए, जिसके बाद पुलिस ने नवादा, गया, नालंदा और वैशाली से कुल 11 संदिग्धों को पकड़ा, जिनमें से सात को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है।
अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाशएसएसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी एक अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े हैं, जो विभिन्न राज्यों में अपहरण, फिरौती और साइबर ठगी जैसे अपराधों को अंजाम देते रहे हैं। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि इस गैंग का आपराधिक नेटवर्क झारखंड, गुजरात, कर्नाटक और अन्य राज्यों में भी फैला हुआ है।
ईमेल के ज़रिए बनाया गया जालइस बीच, पुणे पुलिस के सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि शिंदे को एक फर्जी बिजनेस डील के जरिए फंसाया गया था। उन्हें एक ईमेल मिला जिसमें झारखंड में खनन उपकरण सप्लाई से जुड़ा करोड़ों का ऑर्डर देने की बात कही गई थी। इसी प्रलोभन के तहत वे पटना आए थे, जहां पहले से तैयार जाल में उन्हें फंसा लिया गया।
गिरफ्त में आए आरोपीपुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रंजीत पटेल उर्फ मुन्ना, विपात्रा कुमार, लालबिहारी, विकास उर्फ मोहित, कुंदन कुमार, संगीता कुमारी और सचिन रंजन के रूप में हुई है। इनमें से कुछ आरोपी साइबर अपराधों में भी शामिल रहे हैं।