उदयपुर : पत्नी को मैसेज भेज फंदे से झूला जलदायकर्मी, लाखों का कर्ज और तनाव बना कारण

शनिवार रात पाैने एक बजे अपनी पत्नी को बच्चों का ध्यान रखना, मैं जा रहा हूं ऐसा मैसेज भेजकर जलदाय विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अपने क्वार्टर में फांसी लगा ली। परिजनाें ने बताया कि अच्छे रहन-सहन के चक्कर में मृतक ने लाखों रुपए कर्जा ले रखा था।

सुसाइड नोट में उसने आयड़ निवासी मयंक दायमा से बदला लेने की इच्छा जताई। मामला सूरजपोल थाना क्षेत्र के सर्वऋतु विलास क्षेत्र में बने जलदाय विभाग के क्वार्टर का है। थानाधिकारी रामसुमेर मीणा ने बताया कि सुरेश कुमार (35) पुत्र कचरूलाल मेघवाल निवासी परेड़ा जलदाय विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था और क्वार्टर में रहता था। उसकी पत्नी सुनीता भी साथ रहती थी, जो कुछ समय पहले ही अपने गांव गई थी। पुलिस के अनुसार कर्जे के कारण सुरेश तनाव में था।

शनिवार रात पाैने एक बजे युवक ने पत्नी सुनीता को मैसेज किया कि बच्चों का ध्यान रखना, मैं जा रहा हूं, टाटा, बाय-बाय’ इसके बाद फोन बंद कर दिया। पत्नी के मैसेज देखते ही शंका हाेने पर रात काे ही उदयपुर आई। देखा क्वार्टर खुला था और सुरेश फंदे पर लटका हुआ था। साथ आए परिजनों ने उसे संभाला और पुलिस को बताया। सूचना पर थाने से जाब्ता आया और शव को नीचे उतरवाकर मोर्चरी में रखवाकर तलाशी ली तो मृतक के पास मिली एक डायरी में सुसाइड नोट मिला।

पहले भी घर से गायब हुआ था

थानाधिकारी मीणा ने बताया कि सुरेश कुछ महीने पहले भी कर्जे से परेशान होकर गायब हो गया था। तब गोवर्धनविलास थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। उस समय भी पुलिस ढूंढ़कर लाई थी।

जलदायकर्मी ने सुसाइड नाेट में लिखा बकाया हिसाब, पत्नी से मांगी माफी

करीब तीन पेज के सुसाइड नोट में सुरेश ने पत्नी से बच्चाें का ध्यान रखने की बात लिखकर माफी मांगी। साथ ही आयड़ निवासी मयंक दायमा के खिलाफ लिखा कि उससे बदला लेना है और उसी ने बर्बाद किया है। नाेट में बकाया हिसाब भी लिखा था। पूछताछ में परिजनों ने बताया कि रहन-सहन के चक्कर में काफी कर्जा ले रखा था। मृतक के भाई बसंत मेघवाल ने मयंक मेघवाल के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कराया है, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।

लोग पैसे लौटाने का दबाव बना रहे थे, इसलिए तनाव में रहने लगा था सुरेश

पुलिस को परिजनों ने बताया कि मयंक से उसने पैसे लिए थे उसके एवज में चैक दिए थे। मयंक ने दिए पैसों से ज्यादा रकम चैक में भरकर किसी अन्य को दे दिए और इसके खाते से वो पैसे भी निकल गए। इससे यह मानसिक रूप से तनाव में चल रहा था और कुछ चैक इन लोगों के पास पड़े थे, जिसके माध्यम से ये लोग उसे परेशान करते थे।