वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को दी सलाह, RSS का न्योता न कबूल करें, वह जहर है, न चखें

कांग्रेस Congress के कोर ग्रुप ने राहुल गांधी Rahul Gandhi को आरएसएस के कार्यक्रम में न जाने की सलाह दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष को संघ कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का सुझाव दिया है। कांग्रेस के सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल गांधी से कहा कि आरएसएस एक जहर है, ये सभी जानते हैं। अगर आप जानते हैं कि सामने जहर है तो फिर उसके चखकर देखने की जरूरत नहीं है। क्योंकि चखने का नतीजा सब जानते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस अपनी विचारधारा को फैलाना चाहता है, उसमे हम भागीदार क्यों बनें। आखिर ये बांटने वाली और संविधान की जगह मनु स्मृति को मानने वाली विचारधारा है।

इससे पहले भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) या पार्टी के किसी अन्य नेता के आरएसएस कार्यक्रम (RSS lecture) में भाग लेने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।

आरएसएस की अगले महीने व्याख्यान सीरीज में कांग्रेस अध्यक्ष को कथित तौर पर आमंत्रित करने की योजना के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने कहा, 'पहले पत्र (निमंत्रण) आने दें। हालांकि, अभी तक आरएसएस की ओर से ऐसा कोई आमंत्रण नहीं मिला है राहुल गांधी को। इससे पहले उन्होंने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ एक वैचारिक लड़ाई में लगी हुई है और पार्टी ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद भी छोड़ दिया। खड़गे ने कहा, 'कर्नाटक में, एक छोटी क्षेत्रीय पार्टी (जनता दल-सेक्युलर) के 37 विधायक हैं और हमारे 80 विधायक हैं। लेकिन हमने धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करने के लिए उस पार्टी के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया। इसलिए (गांधी या कांग्रेस के किसी अन्य नेता के) आरएसएस मुख्यालय जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।' उन्होंने आरएसएस की विचारधारा को देश के लिए और दलितों और अन्य उत्पीड़ित वर्गों के लिए 'जहर' बताया। खड़गे ने कहा, 'अगर राहुल साहब मुझसे वहां (आरएसएस कार्यक्रम में) जाने के बारे में पूछते हैं, तो मैं उनसे कहूंगा कि वहां जाने का कोई सवाल ही नहीं है। ऐसे लोगों से जुड़ने का कोई इरादा नहीं है।' आरएसएस के सूत्रों ने दो दिन पहले दावा किया था कि वह गांधी को अगले महीने नई दिल्ली में तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला में आमंत्रित कर सकता है। सूत्रों ने दावा किया था कि विचार अलग-अलग विचारधाराओं से लोगों को आमंत्रित करना है और सूची में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी भी शामिल हो सकते हैं।