BJP से दूर हुई शिवसेना, संसद में अब विपक्षी खेमे में बैठेंगे सांसद

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चली उठापटक के बीच NDA से अलग हुई शिवसेना सोमवार से शुरू संसद में शुरू होने वाले राज्यसभा सत्र में विपक्षी खेमे में बैठेगी। शिवसेना के एनडीए से दूर होने के बाद राज्यसभा में बैठक की व्यवस्था बदल गई है। अब पार्टी के सांसद विपक्ष की तरफ बैठेंगे। नई व्यवस्था के तहत शिवसेना सांसद संजय राउत उच्च सदन में 198 नंबर की सीट पर बैठेंगे। इससे पहले वह 38 नंबर की सीट पर बैठा करते थे। माना जा रहा है कि शिवसेना के 18 लोकसभा सांसद भी विपक्षी खेमे में ही होंगे, जो अब तक सत्ता पक्ष की बेंचों पर बैठते थे। बता दें कि शिवसेना राज्य में एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की जुगत में है।

बता दें कि चुनाव पूर्व गठबंधन होने के बावजूद, 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भाजपा और शिवसेना मुख्यमंत्री पद को लेकर आपस में उलझ गए। इसके बाद मौके को देखते हुए एनसीपी ने शिवसेना के सामने हाथ मिलाने के लिए शर्त रखी। एनसीपी ने कहा कि अगर शिवसेना साथ मिलकर सरकार बनाना चाहती है तो उसे एनडीए से सभी प्रकार के रिश्ते-नातों को तोड़ना होगा। शिवसेना ने भी इस शर्त को माना और 11 नवंबर को एनडीए से अलग हो गई। यही नहीं, अगले ही दिन यानी 12 नवंबर को शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने भी केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। इधर, उनकी जगह कैबिनेट मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया। करीब तीन दशकों से बीजेपी की साझीदार रही शिवसेना ने महाराष्ट्र में सीएम पद को लेकर तकरार के बाद अपनी राह अलग की है। बता दें कि सावंत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में शिवसेना के एकमात्र प्रतिनिधि थे।

वही रविवार एनडीए की संसदीय दल की बैठक होने वाली है जिसमें जाने से शिवसेना ने मना कर दिया है। बता दें कि रविवार को ही शिवसेना के संस्थापक रहे बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि भी है। इस बीच उद्धव ठाकरे की लीडरशिप वाली शिवसेना ने वैचारिक रूप से अलग मानी जाने वाली एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार गठन के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय कर लिया है। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि यह लगभग तय है कि शिवसेना का कोई भी सांसद रविवार को एनडीए की मीटिंग में नहीं जाएगा।

इस बीच खबर है कि शिवसेना के साथ सरकार बनाने पर राजी हुई एनसीपी और कांग्रेस उद्धव ठाकरे को ही महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती हैं। कई सूत्रों ने बताया कि दोनों दलों ने शिवसेना को भी कह दिया है कि वे उद्धव के अलावा उनकी पार्टी से कोई भी दूसरा चेहरा गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं चाहते हैं। तीनों दलों में 14+14+12 फॉर्मूले के तहत विभागों के बंटवारे पर सहमति भी बन गई है। इसको लेकर सरकार बनाने के लिए तीनों पार्टियों के नेता आज राज्यपाल से मिलने वाली है।