श्रीगंगानगर: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) श्रीगंगानगर की प्रथम इकाई ने मंगलवार को एक बड़ी और साहसिक कार्रवाई करते हुए पंचायत समिति के सहायक लेखाधिकारी हेतराम ढालिया को विकास कार्यों की स्वीकृति के एवज में ली जा रही 15,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. यह गिरफ्तारी ग्राम पंचायत चुनावढ़ के दो महत्वपूर्ण विकास कार्यों की वित्तीय स्वीकृति जारी करने के बदले में मांगी गई रिश्वत के मामले में की गई है।
श्रीगंगानगर एसीबी के उपाधीक्षक भूपेंद्र कुमार सोनी ने जानकारी दी कि एसीबी मुख्यालय जयपुर को गंभीर आरोपों के साथ एक शिकायत प्राप्त हुई थी. शिकायतकर्ता राजेश कुमार ने बताया कि चुनावढ़ सरपंच प्रशासक निशा रानी की ओर से पंचायत के कार्यों की निगरानी के दौरान उसकी मुलाकात हेतराम ढालिया से हुई. पंचायत क्षेत्र में दो पाइपलाइन परियोजनाओं की वित्तीय स्वीकृति सुनिश्चित करने के लिए हेतराम ढालिया ने साफ तौर पर 18,000 रुपए की रिश्वत की मांग की थी, जो परियोजनाओं की कुल लागत (15 लाख रुपए) का लगभग एक प्रतिशत बनता है।
शिकायत की जांच और पुष्टि के बाद ACB ने उप महानिरीक्षक राजेश सिंह के निर्देशन, एएसपी पवन कुमार मीणा और उप अधीक्षक भूपेंद्र कुमार सोनी के नेतृत्व में पूर्व नियोजित रणनीति के तहत ट्रैप ऑपरेशन अंजाम दिया. इस कार्रवाई के दौरान हेतराम ढालिया को परिवादी से 15,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया, जिससे सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार की एक और परत उजागर हुई।
एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशानुसार जांच प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है और आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. यह कार्रवाई न केवल ग्राम स्तरीय प्रशासन में पारदर्शिता स्थापित करने की दिशा में एक मजबूत संदेश देती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि ACB भ्रष्टाचार के खिलाफ बिना समझौता किए सख्ती से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है।