
बिहार के सीवान जिले से एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है। जिसे भी इस बारे में जानकारी मिली, उसकी हंसी थमने का नाम नहीं ले रही। दरअसल, सीवान के मुफ्फसिल थाने में सोमवार को एक महिला मरी हुई मुर्गी को हाथ में लेकर गंभीर भावनात्मक आक्रोश के साथ पहुंच गई।
मिली जानकारी के अनुसार, टंडवा गांव की रहने वाली रिंकी देवी अचानक थाने आ गईं। उनके एक हाथ में मुर्गी थी, तो दूसरे हाथ में दर्द से भरा दस्तावेज़। जैसे ही उन्होंने थाने में प्रवेश किया, वह जोर-जोर से रोने लगीं और न्याय की गुहार लगाने लगीं कि मर्डर हो गया है, मुझे इंसाफ चाहिए।
पुलिसकर्मियों को शुरुआत में कुछ समझ नहीं आया, लेकिन जब महिला की पूरी करुण कथा सुनी, तो वे आश्वासन देने की स्थिति में आ गए।
देवर और ननद पर 'प्यारे पालतू' की हत्या का आरोपtv9 की खबर के अनुसार रिंकी देवी का कहना है कि उनकी प्यारी मुर्गी, जिसे वह अपनी संतान जैसा प्रेम करती थीं, उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि वह रोज मुर्गी को अपने पास सुलाती थीं और उसे परिवार का हिस्सा मानती थीं। रिंकी का सीधा आरोप अपने देवर गुड्डू और ननद सोनम-शीला पर है कि इन तीनों ने मिलकर पूर्व नियोजित तरीके से मुर्गी को मार डाला।
अंडे से शुरू हुआ विवाद, बना हत्या का कारणमहिला ने कहा कि उसका देवर गुड्डू रोज मुर्गी के दो अंडे खा जाया करता था। एक दिन इस बात को लेकर गंभीर बहस हुई थी। इसके ठीक अगले दिन, यानी सोमवार को, गुड्डू और परिवार के अन्य सदस्यों ने मिलकर मुर्गी की गला दबाकर हत्या कर दी। इतना कहने के बाद वह थाने में ही फफक कर रोने लगीं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने कहा पहले अंतिम संस्कार करो, फिर दर्ज किया केससूत्रों के अनुसार, थाना प्रभारी ने पहले महिला से कहा कि वह मुर्गी को दफनाकर आएं। महिला ने वैसा ही किया और फिर वापस थाने लौटी। इस भावनात्मक घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने आधिकारिक रूप से केस दर्ज कर लिया है और अब मामले की जांच शुरू कर दी गई है।