संजय राउत का दावा – बीजेपी नेताओं ने मांगा था वक्फ बिल पर समर्थन

लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल पारित होने के बाद शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस बिल का हिंदुत्व से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह केवल अवैध कामों को वैध बनाने की कोशिश है। संजय राउत ने दावा किया कि बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेता उनसे संपर्क में थे और चाहते थे कि वे इस बिल का समर्थन करें। उन्होंने यह भी कहा कि उनके कुछ सांसद सदन में उपस्थित नहीं थे, वरना वे भी इस बिल के विरोध में मतदान करते। संजय राउत ने इस दौरान एकनाथ शिंदे गुट पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'शिंदे गुट के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के चेले हैं। ये लोग डर के मारे सत्ताधारी दल का साथ दे रहे हैं।'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की थाईलैंड यात्रा पर कटाक्ष करते हुए राउत ने कहा, जब दुनिया में अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार जैसी गंभीर स्थिति बनी हुई है, तब हमारे प्रधानमंत्री बैंकॉक में घूम रहे हैं। वहां 'मन का मसाज' चल रहा है, जबकि देश को इस समय नेतृत्व की आवश्यकता है।

“आप हिंदू राष्ट्र नहीं, हिंदू पाकिस्तान बना रहे हैं”

वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर संसद में चर्चा के दौरान शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों से संसद के दोनों सदनों में गरीब मुसलमान की अचानक काफी चिंता दिखाई जा रही है, जो चौंकाने वाली बात है। राउत ने तंज कसते हुए कहा, “इतनी चिंता देखकर तो मुसलमान भी डर गए हैं और हिंदू भी, कि आखिर इतनी फिक्र क्यों हो रही है?”

राउत ने आगे कहा कि “मुसलमानों की इतनी चिंता तो मोहम्मद अली जिन्ना ने भी नहीं की थी।” उन्होंने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा, “हमें तो अब तक लगता था कि हम सब मिलकर एक हिंदू राष्ट्र बना रहे हैं, लेकिन आपके भाषण और रवैये को देखकर लग रहा है कि आप एक हिंदू पाकिस्तान बना रहे हैं।”

उन्होंने वक्फ संशोधन बिल को “ध्यान भटकाने वाला कदम” बताया और कहा कि असली मुद्दों से जनता का ध्यान हटाया जा रहा है। राउत ने कहा, “कल ही अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 26% ड्यूटी लगाने की बात की है। इस पर चर्चा होनी चाहिए थी कि इसका हमारी अर्थव्यवस्था और रुपया पर क्या असर होगा। लेकिन आप लोगों का ध्यान हिंदू-मुसलमान के मुद्दों पर भटका रहे हैं।”