संदेशखाली की घटनाएं देश को शर्मिंदा करने वाली, पश्चिम बंगाल आतंकियों की पनाहगाह: जेपी नड्डा

कोलकाता। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने सीएम ममता बनर्जी पर पश्चिम बंगाल को आतंकियों की पनाहगाह में तब्दील करने का आरोप लगाया। तृणमूल कांग्रेस पर लगे कथित भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में भाजपा नेता ने कहा कि शिक्षक भर्ती से लेकर लिपिक नियुक्ति धोखाधड़ी तक, कोयला से मवेशी तस्करी तक एक के बाद एक घोटाले हो रहे हैं। तृणमूल के नेता और मंत्री विभिन्न घोटालों में गिरफ्तार हुए हैं। ममता दीदी का शासनकाल भ्रष्टाचार और आतंक का पर्याय बन गया है।

नड्डा ने कहा कि ममता बनर्जी के शासनकाल में संदेशखाली जैसी घटनाएं हुईं जो पूरे देश को शर्मिंदा करने वाली थीं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से तृणमूल नेता संदेशखाली में महिलाओं का उत्पीडऩ करने वालों को बचाने की कोशिश कर रही हैं।

क्या बंगाल की जनता इस तरह का शासक चाहती है? भाजपा उम्मीदवार सौमित्र खां के समर्थन में विष्णुपुर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि शाहजहां शेख जैसे तृणमूल कांग्रेस नेताओं के घरों से बम और हथियारों की बरामदगी दिखाती है कि ममता बनर्जी की छत्रछाया में कैसे चीजें होती हैं और वह एक शब्द तक नहीं कहतीं।

ममता बनर्जी पर घुसपैठ के मुद्दे से समझौते करने और अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के करीब एक दशक के शासन में बंगाल से एक के बाद एक कांड सामने आ रहे हैं। पुरुलिया में पार्टी उम्मीदवार ज्योर्तिमय महतो के समर्थन में आयोजित चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि इंडिया गठबंधन के बिखरे हुए घटक अपनी स्वार्थ प्रेरित इच्छाओं की पूर्ति के लिए केंद्र में मजबूर सरकार बनाना चाहते हैं, पश्चिम बंगाल की जनता ने पहले ही मजबूत सरकार की अपनी मंशा व्यक्त कर दी है। उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार घुसपैठ के मुद्दे पर नरम है जबकि अल्पसंख्यकों की तुष्टीकरण की नीति पर चल रही है।


नड्डा ने कहा कि राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत छह करोड़ लोगों को पांच किलोग्राम चावल और एक किलोग्राम दाल मिल रहा है और ममता बनर्जी की सरकार को ‘चावल चोर’ का उपनाम मिला है।

चावल भेजे मोदी, चोरी करे दीदी। उन्होंने पीडीएस घोटाले से जुड़े मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक की गिरफ्तारी को याद किया। उन्होंने तृणमूल सरकार पर पीएम आवास योजना के तहत मिली राशि का गबन करने और स्कीम का नाम बदलकर ‘बंगाल आवास योजना’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल द्वारा सामाजिक कल्याण की परियोजनाओं को पटरी से उतारने की कोशिश किए जाने के बाद भी मोदी सरकार ने गरीबों के लिए 52 लाख घर बनाए हैं।