यूक्रेन पर हमला: विरोध में सड़कों पर उतरे लोग, रूसी बोले- पुतिन ने रूस को दुनिया से अलग-थलग किया

यूक्रेन पर रूसी हमले का आज दूसरा दिन है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर हमले के फैसले की दुनिया भर में निंदा हो रही है। अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, हंगरी, फ्रांस, जापान, स्विटजरलैंड में लोग रूसी हमले के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे हैं। वहीं, पुतिन के खिलाफ उनके अपने देश में भी लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। रूस की बड़ी हस्तियों, पत्रकारों का कहना है कि इस युद्ध की शुरूआत कर रूस ने खुद को दुनिया से अलग-थलग कर लिया है।

उधर, रूस के हमले के बीच यूक्रेन ने लगातार भारत से अपील की है कि वह इस संघर्ष को रोकने में अपनी भूमिका अदा करे। हालांकि, अभी तक भारत की तरफ से जारी किए गए बयानों में रूस के हमले का ना ही जिक्र किया गया है और ना ही उसके किसी कदम की आलोचना की गई है। यूक्रेन के राजदूत ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई पर भारत के रुख को लेकर यूक्रेन बेहद असंतुष्ट है। यूक्रेन ने कहा कि उन्हें इस संकट की स्थिति में भारत से ज्यादा मदद की उम्मीद थी।

भारत के यूक्रेन-रूस संकट पर करीबी से नजर बनाए रखने वाले बयान को लेकर यूक्रेन के राजदूत आइगर पोलिखा ने कहा, हम भारत के रुख से काफी असंतुष्ट हैं।।।इसका क्या मतलब है? जब हजारों लोग मारे जाएंगे, तब क्या होगा?

उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन संकट में दखल देने को लेकर किसी भी और देश की तुलना में भारत ज्यादा बेहतर स्थिति में है। भारत की रूस के साथ खास और रणनीतिक साझेदारी रही है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि पुतिन कितने नेताओं की सुनेंगे लेकिन मोदी जी के कद को देखते हुए मुझे ये उम्मीद है कि वह अगर मजबूती से अपनी बात रखें तो पुतिन कम से कम एक बार जरूर सोचेंगे।