RJD संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला, लालू प्रसाद यादव करेंगे राजद में सीटों का बंटवारा

पटना। बुधवार को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर राजद की संसदीय बोर्ड की हुई बैठक में टिकट बंटवारे के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को अधिकृत किया गया।

बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए राजद के नेता और बिहार के पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि राजद संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद निर्णय लिया गया है कि लालू प्रसाद यादव गठबंधन पर सीटों का और उम्मीदवारों के नामों का फैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार के अलावा अन्य राज्यों में भी जहां इंडिया गठबंधन के तहत राजद के उम्मीदवार होंगे, उसका नाम भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ही तय करेंगे।

इस बैठक की अध्यक्षता राज्य संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने की। बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीवारों के नाम पर अंतिम निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को अधिकृत किया गया और इसकी अनुशंसा राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड से की गई। वहीं, इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता लालू प्रसाद ने की। इस बैठक में राज्य संसदीय बोर्ड की अनुशंसा को मंजूरी प्रदान की गई।

ज्ञातव्य है कि अभी तक महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फार्मूला फाइनल नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि एक दो दिनों में कांग्रेस और आरजेडी की ओर से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जा सकती है। दिल्ली में सीट शेयरिंग को लेकर अहम बैठक भी हुई है।

दो दिन पहले राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत अंतिम दौरे में है और एक दो सीटों को लेकर जो मतभेद हैं, उन्हें दो से तीन दिनों में सुलझा लिया जाएगा। इससे पहले तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि वे महागठबंधन में एनडीए से पहले सीट शेयरिंग का मसला सुलझा लिया जाएगा। हालांकि एनडीए हो या महागठबंधन, अभी भी गतिरोध बना हुआ है और सीट शेयरिंग का मसला इतनी आसानी से हल होता नहीं दिख रहा है।

इससे पहले जो खबरें आई थीं, उसके अनुसार राजद 30 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है तो वह कांग्रेस को 7 और वाम दलों को केवल 3 सीटें देने के पक्ष में है। इस तरह राजद को लेकर यह कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़ने के बाद के हालात में सारा फायदा खुद हजम करना जाना चाहता है। नीतीश कुमार के रहते राजद और जेडीयू के 15-15 सीटों पर लड़ने की बात कही जा रही थी। अब नीतीश कुमार एनडीए में चले गए हैं तो राजद खुद 30 सीटों पर लड़ने की सोच रहा है। यही बात कांग्रेस और वामदलों की नाराजगी का कारण बन रही है।