ब्रिटेन के भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिन्स का 76 साल की उम्र में निधन हो गया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने प्रख्यात भौतिक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग्स के निधन पर शोक जताया है। विश्व प्रसिद्ध भौतिक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग्स का बुधवार को ब्रिटेन के कैंब्रिज में निधन हो गया।
साल 1974 में ब्लैक होल पर उनकी रिसर्च ने साइंस में कई बड़े बदलाव किए हैं। वैज्ञानिक हॉकिंग्स को ब्लैक होल और रिलेटिविटी के सिद्धांत के लिए अपने महान कार्य के लिए जाना जाता है। वह 'ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' जैसी कई लोकप्रिय किताबों के लेखक भी थे। स्टीफन का दिमाग छोड़कर उनके शरीर का कोई भी भाग काम नहीं करता है। स्टीफन का जन्म 8 जनवरी को 1942 को फ्रेंक और इसाबेल हॉकिंग के परिवार में हुआ।
कोविंद ने ट्वीट कर कहा, "वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग्स के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। उनके शानदार मस्तिष्क ने हमारी दुनिया और हमारे ब्रह्मांड के कई गूढ़ रहस्यों को सुलझाया। उनका साहस कई पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।"
मोदी ने भी ट्वीट कर हॉकिंग्स को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, "प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग्स एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक व शिक्षक थे।" उन्होंने कहा, "उनका धैर्य और ²ढ़ता ने दुनिया भर के लोगों को प्रेरित किया। उनका निधन दुखद है। प्रोफेसर हॉकिंग्स के शानदार कार्य ने हमारी दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाया। उनकी आत्मा को शांति मिले।"
स्वास्थ्य एवं प्रौद्योगिकी मंत्री वर्धन ने कहा, "स्टीफन हॉकिंग्स के निधन से दुखी हूं। इस दौर के सबसे महान वैज्ञानिक, ब्लैक होल और रिलेटिवटी के सिद्धांत के लिए प्रसिद्ध। यह वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है।"
आठ जनवरी 1942 को ऑक्सफोर्ड में जन्मे हॉकिंग्स को 1963 में मात्र 21 साल की उम्र में मोटर न्यूरॉन रोग हो गया था। चिकित्सकों ने उनके केवल दो साल और जीवित रहने की उम्मीद जताई थी लेकिन हॉकिंग्स आधे से ज्यादा सदी तक जीवित रहे।